Rajasthan News: असिस्टेंट इंजीनियर और महिला चिकित्सक आत्महत्या मामले में गहलोत सरकार एक्शन मोड में, हुई ये बड़ी कार्रवाई
Rajasthan News: धौलपुर में सहायक अभियंता पर हुए हमले और लालसोट में महिला चिकित्सक आत्महत्या मामले में गहलोत सरकार एक्शन मोड में है. दोनों जिलों के एसपी को हटाने के साथ जांच कमेटी गठित किया जायेगा.
Rajasthan: प्रदेश में बढ़ते आपराधिक मामलों (Criminal Cases) के चलते गहलोत सरकार विपक्ष के निशाने पर है. राजस्थान (Rajasthan) की कानून व्यवस्था की देखभाल के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के पास गृह विभाग भी है. वहीं विपक्ष के चौतरफा आरोपों से घिरने के बाद, धौलपुर (Dholpur) में सहायक अभियंता (Assistant Engineer) पर हुए हमले और लालसोट (Lalsot) में महिला चिकित्सक (Female Doctor) आत्महत्या को लेकर राज्य का गृह विभाग एक्शन में नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गए एक संदेश में कहा कि, इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
धौलपुर और दौसा जिले के एसपी को हटाने के निर्देश
वहीं मुख्यमंत्री निवास पर हुई उच्च स्तरीय बैठक में धौलपुर में बिजली विभाग के कार्मिकों के साथ हुई मारपीट के मामले में, धौलपुर के पुलिस अधीक्षक श्री शिवराज मीणा और महिला चिकित्सक द्वारा आत्महत्या के मामले दौसा जिले के एसपी अनिल कुमार को हटाने के निर्देश दिए हैं. सीएम अशोक गहलोत गहलोत ने महिला चिकित्सक के परिजनों से अपनी संवेदनाएं जताते हुए मृतक आत्मा के शांति की कामना की.
मुख्यमंत्री निवास पर हुई उच्च स्तरीय बैठक में धौलपुर में बिजली विभाग के कार्मिकों के साथ हुई मारपीट के प्रकरण में धौलपुर के पुलिस अधीक्षक श्री शिवराज मीणा को हटाने के निर्देश दिए हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 30, 2022
मामले की जांच करने के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, "अगर इस तरह डॉक्टरों को डराया जाएगा तो वे निश्चित होकर आपना काम कैसे करेंगे." उन्होंने आगे कहा कि, "इस प्रकार की घटनाओं की दोबारा होने से रोकने के लिए, आवश्यक सुझाव देने हेतु अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं. इस कमेटी में शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा, पुलिस व विधि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और चिकित्सक शामिल होंगे." मुख्यमंत्री ने इन मामलों की पूरी गंभीरता से होगी जांच और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने, आवश्यक सुझाव देने हेतु अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं।इस कमेटी में शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा, पुलिस व विधि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा चिकित्सक शामिल होंगे।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 30, 2022
मुख्यमंत्री के सख्त तेवर देख प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. सीएम गहलोत ने बुधवार रात को डीजीपी एमएल लाठर और अन्य पुलिस अधिकारियों से चर्चा करने के बाद, सहायक अभियंता पर हमले के मामले में धौलपुर एसपी शिवराज मीणा को हटाने के निर्देश दिए थे जबकि वृत्ताधिकारी और एसएचओ को निलंबित कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने महिला चिकित्सक के आत्महत्या करने के मामले में दौसा एसपी अनिल कुमार को भी हटाने के निर्देश दिए, साथ ही लालसोट एसएचओ को निलंबित करने और वृत्ताधिकारी को एपीओ करने के निर्देश दिए हैं. मामले में देर रात कार्मिक विभाग ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया.
सहायक अभियंता से मिलने अस्पताल पहुंचे सीएम गहलोत
सीएम गहलोत धौलपुर के बाड़ी में हुए हमले में घायल सहायक अभियंता हर्षाधिपति वाल्मीकि से मिलने बुधवार शाम को सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS Hospital) पहुंचे. मुख्यमंत्री करीब 15 से 20 मिनट तक पीड़ित से मिले और चिकित्सकों से इलाज के संबंध में जानकारी ली और मेडिकल बोर्ड की निगरानी में इलाज करने के निर्देश दिए. ट्रोमा अस्पताल के नोडल ऑफिसर डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि, शाम करीब पौने आठ बजे सीएम ट्रोमा सेंटर पहुंचे थे.
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