Udaipur News: राजस्थान का इतिहास, महल और सभ्यता कितनी प्रसिद्ध है यह सब जानते हैं लेकिन इनसे भी ऊपर यहां के लोक गीत और नृत्य दुनियाभर में प्रसिद्ध है. इसलिए इसके विदेशी भी दीवाने है. ऐसा ही उदाहरण उदयपुर में देखने को मिल रहा है. यहां विजय लक्ष्मी संस्थान द्वारा एक प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है. जिसमें विदेशी युवतियां राजस्थानी गीत और नृत्य सीखने आ रहे हैं. उनके सीखे हुए घूमर डांस को देख हर कोई चौंक रहा है. साथ ही इसमें राजस्थान के अलावा गुजरात, मध्यप्रदेश से भी युवा और बच्चे सीखने आ रहे हैं. 


रविवार को 3 घंटे प्रशिक्षण और फिर प्रस्तुति


अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार और कोरियोग्राफर विजयलक्ष्मी आमेटा बताती है कि आजकल बच्चों पर बॉलीवुड हावी है इसकिये उनका उधर काफी मुड़ाव हैं. इसलिए इस प्रशिक्षण शिविर की समर कैम्प के रूप में शुरुआत की है. यहां जो भी बच्चे देखने आ रहे हैं वह खुद कह रहे हैं ऐसी राजस्थानी कला हमारी है तो सीखेंगे. फिर वह सिख रहे हैं. अभी हर रविवार सुबह 11-2 बजे तक बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यह सिटी पैलेस के पास जगदीश चौक स्थिति विरासत प्रांगण में चल रहा हैं. इसमें 8 साल के बच्चों से लेकर 60 बुजुर्ग तक आ रहे हैं. अभी कुल 30 स्टूडेंट्स हैं जो कला को सीख रहे हैं. इन्हें प्रशिक्षण के बाद प्रस्तुतियां भी होती है. 


मेहनत बहुत कर रहे विदेशी 


विजयलक्ष्मी ने बताया कि मैं खुद कई देशों में प्रस्तुति दी चुकी हूं. हमारी इस कला को काफी सम्मान मिलता है और पसंद भी किया जाता है. यहां शिविर में भी कई विदेशी आ रहे हैं. शुरुआत में उन्हें बेसिक घूमर सिखाया जा रहा है. सभी युवतियां मेहनत से सिख रही है. घूमर सिखाया तो तुतलाते उनकी टॉन में बोलते हैं लेकिन काफी मेहनत करते हैं. इसमें लोक वादन, ढोलक, करताल, मांडने, पेपरमेशी, लोक गीत सिखाए जा रहे हैं.


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