अक्षय तृतीया को लेकर बाजारों में सजावट शुरू हो चुकी है. इस दिन भारी तादाद में विवाह समारोह किए जाते हैं साथ ही इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है. इसको लेकर ज्वेलरी व्यवसाय से जुड़े लोगों ने अपनी दुकानों में माल भरना शुरू कर दिया है. कई तरह की अलग-अलग डिजाइन के गहने भी तैयार किए गए हैं और खासतौर से कई जगह डिस्काउंट भी चल रहा है. इस वक्त सोने और चांदी की कीमत भी काफी कम हुई है. व्यापारियों का मानना है कि सीजन में कीमतें कम होना ग्राहकों के लिए लॉटरी है.


कितना सस्ता हुआ 
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हो रहे बदलाव की वजह से सोने और चांदी की कीमत में भी लगातार बदलाव हो रहा है. पिछले 9 दिनों से स्टैंडर्ड सोना 2 हजार रुपए सस्ता हुआ है जबकि चांदी में प्रति किलो की कीमत में 5,100 रुपए की कमी आई है. वहीं शादियों का सीजन शुरू होने के साथ ही सोने-चांदी की कीमतों में हुई गिरावट की वजह से सर्राफा बाजार में एक बार फिर ग्राहकों की रौनक देखने को मिल रही है.


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कितनी हुई कीमत
सर्राफा कमेटी की और से जारी भाव के अनुसार जयपुर में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत घटकर 53 हजार 200 रुपए पर आ गई है जबकि 22 कैरेट प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 50 हजार 700 रुपए पहुंच गई है. सोना 18 कैरेट 42 हजार 400 रुपए प्रति दस ग्राम और 14 कैरट 34 हजार 400 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया है. वहीं, चांदी रिफाइन की कीमत घटकर 67 हजार रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई है.


क्यों हो रहा सस्ता
जोधपुर सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के नवीन सोनी और हिमांग जैन ने बताया कि, दुनियाभर में मांग कम होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी की कीमत में गिरावट हुई है. वहीं घरेलू बाजार में वेडिंग सीजन शुरू होने से सोने और चांदी की डिमांड बढ़ गई है. ऐसे में ग्राहक कम होती कीमतों का फायदा उठाते हुए सोने और चांदी में निवेश कर रहे हैं. सोनी ने कहा कि सोने और चांदी की कीमत में फिलहाल कमी तो हो रही है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेजी आने के साथ ही एक बार फिर भाव तेजी से बढ़ सकते हैं. उन्होंने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अभी सोना-चांदी का बाजार अस्थिरता से गुजर रहा है. इस वजह से मई के दौरान सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है.


अक्षय तृतीया का महत्व
अक्षय तृतीया का विशेष धार्मिक महत्व है. इस तिथि को ब्रह्म देव के पुत्र अक्षय कुमार की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहते हैं. इस तिथि को गंगा अवतरण और परशुराम जयंती भी मनाई जाती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, जो सुख एवं समृद्धि प्रदान करते हैं. अक्षय तृतीया को खरीदे गए आभूषण, सोना, चांदी आदि अक्षय रहते हैं. मां लक्ष्मी की कृपा से प्राप्त धन स्थिर रहता है, उसमें कमी नहीं होती है. वे स्वयं उसमें वृद्धि करती हैं. इस वजह से अक्षय तृतीया पर सोना, चांदी खरीदना शुभ और समृद्धिदायक माना जाता है, इसलिए हर साल अक्षय तृतीया के अवसर पर लोग सोना, चांदी, भवन, वाहन, प्लॉट, फ्लैट या अन्य प्रॉपर्टी की खरीदारी करते हैं, ताकि उनके धन एवं संपत्ति में अक्षय वृद्धि होती रहे.


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