Bundi News: राजस्थान की छोटी काशी बूंदी के लिए आज का दिन बहुत बड़ी खुशखबरी लेकर आया. पर्यटन नगरी बूंदी में बनाई गई प्रदेश की चौथी टाइगर सेंचुरी रामगढ़ अभयारण्य में बाघिन के आने से बाघ का जोड़ा पूरा हो गया है. जल्द ही बाघ का कुनबा बढ़ेगा और नन्हे शावक देखने को मिलेंगे. आज शनिवार को सवाई माधोपुर रणथम्भौर टाइगर रिजर्व से टी-102 बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर बूंदी लाया गया, यहां वन अधिकारियों और डॉक्टरों की मौजूदगी में सड़क मार्ग से बाघिन को रामगढ़ अभयारण्य लाया गया, जहां रामगढ़ विषधारी टाइगर रामगढ़ महल के सॉफ्ट एनक्लोजर में स्वास्थ्य जांच के बाद में उसे कड़ी सुरक्षा के बीच छोड़ा गया. छोड़ने के बाद बाघिन एक पेड़ के पीछे जाकर छिप गई और वहां से नए स्थल का नजारा देखने लगी. रामगढ़ अभ्यारण्य में पहले से ही एक बाघ विचरण कर रहा है. जल्द ही अब अभयारण्य रामगढ़ में शावक देखने को मिल पाएंगे. नए मेहमान के आने से आज जिलेवासियों और हाड़ोतीवासियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. अक्टूबर माह से रामगढ़ अभ्यारण्य टाईगर रिजर्व क्षेत्र में सफारी का आमजन लुत्फ उठा पाएंगे जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे.


सीएम गहलोत ने की थी रिजर्व की घोषणा


रामगढ़ सेंचुरी में टाइगर टी-115 मौजूद है. दो साल पहले बजट सत्र में सीएम अशोक गहलोत ने बूंदी में चाैथा टाइगर रिजर्व बनाने की घोषणा की थी. टाइगर रिजर्व के लिए 1050 स्क्वायर किमी का एरिया प्रस्तावित किया गया है. टाइगर रिजर्व बूंदी जिले के लिए बहुत बड़ी सौगात थी. इसके लिए प्रपोजल सरकार के पास मार्च में भिजवाए गए थे. बूंदी रामगढ़ अभ्यारण्य के एक तरफ रणथंभोर है तो दूसरी तरफ मुकुंदरा टाइगर रिजर्व है. बूंदी रामगढ़ अभ्यारण में नीलगाय, सियार, हिरण, भालू, हाईना, जंगली कुत्ते, चीतल, सांभर, जंगली बिल्लियां, तेंदुए, लंगूर, सांप, मगरमच्छ सहित 500 प्रकार के वन्य जीव मौजूद हैं.


बाघों की पहली पसंद रामगढ़ 


वन्यजीव प्रेमी बिट्टल कुमार सनाढ्य ने बताया की बूंदी का रामगढ़ अभयारण्य सदियों से बाघों के लिए मैटरनिटी होम (जच्चाघर) के रूप में प्रसिद्ध रहा है. जंगल बाघों के लिए सदियों से बेहतर आश्रय स्थल रहे हैं. रामगढ़ का उत्तम प्राकृतिक वातावरण व इसके बीच में बहने वाली मेज नदी की खूबसूरत वादियों में बाघों की दहाड़ ने ही इसे भारत का एक प्रमुख अभयारण्य होने का गौरव दिलाया है. रणथंभौर से टी 62 व टी 91 बाघों के यहां आने के बाद अभ्यारण्य का स्वरूप पूरी तरह बदल गया है. 


रामगढ़ में अक्टूबर से शुरू होगी सफारी, जंगल सफारी के लिए मार्ग तय 


दिवाली से पहले सम्पूर्ण हाड़ौती को पर्यटन के क्षेत्र में बड़ा तोहफा मिल सकता है. बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में अक्टूबर से जंगल सफारी प्रारंभ हो सकती है. 13 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन स्थित कक्ष में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में आयोजित बैठक में अधिकारियों से टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी प्रारंभ किए जाने को लेकर जानकारी मांगी. इस पर अधिकारियों ने बताया कि रामगढ़ में सफारी के लिए मार्ग तय कर लिए गए हैं. बाघ आने तथा सफारी के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के बाद अक्टूबर में दोनों ही जगह सफारी प्रारंभ करने के प्रयास किए जा रहे हैं.


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