Rajasthan News: राजस्थान में पीने के पानी के लिए तरस रहे 1000 गांवों के लिए राज्य सरकार ने एक नई चंबल परियोजना की घोषणा की है. इस परियोजना में तीन हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी, जिससे लोगों को हर दिन पीने के पानी की व्यवस्था हो पाएगी. इसमें राजस्थान के भरतपुर जिले के 8 शहरों एवं 953 गांवों और धौलपुर जिले के 132 गांवों को चंबल नदी का पानी उपलब्ध कराने की योजना है. चंबल-धौलपुर-भरतपुर वृहद पेयजल परियोजना के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल डॉ. सुबोध अग्रवाल की अध्यक्षता में राजस्थान वाटर सप्लाई एवं सीवरेज मैनेजमेंट बोर्ड (आरडब्ल्यूएसएसएमबी) की वित्त समिति की बैठक हुई जिसमें इसकी मंजूरी दे दी गई है.
राजस्थान के इन गांवों को फायदा
इस वृहद पेयजल परियोजना में भरतपुर जिले के 8 शहर- भरतपुर, रूपवास, उच्चैन, कुम्हेर, डीग, नगर, कामां, सीकर, भरतपुर एवं धौलपुर जिले के कुल 1085 गांवों की कुल अनुमानित 37 लाख 89 हजार की आबादी को पेयजल से लाभांवित किया जाएगा. परियोजना में 37 एमसीएम क्षमता का रॉ-वॉटर जलाशय, रॉ-वॉटर ट्रांसफर मैन पाइप लाइन, स्वच्छ पेयजल ट्रांसफर मैन पाइप लाइन, राइजिंग मैन पाइप लाइन, स्वच्छ जलाशय और पंपिंग स्टेशन, उच्च जलाशय, कलस्टर वितरण पाइप लाइन सहित अन्य कार्य कराए जाएंगे. जल जीवन मिशन के तहत इस परियोजना में धौलपुर जिले में 26 हजार 794 एवं भरतपुर जिले में 1 लाख 66 हजार 491 यानी कुल 1 लाख 93 हजार 285 क्रियाशील घरेलू जल संबंध जारी किए जाएंगे.
इन जिलों में भी जल संकट से बचने के लिए घोषणाएं
- उदयपुर जिले के कानोड़ में 19 करोड़ 24 लाख रूपए की पुनर्गठित शहरी जलप्रदाय योजना को प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दी गई. इसमें पुरानी पाइप लाइनें बदलने, नई पाइप लाइन डालने, नया उच्च जलाशय एवं स्वच्छ जलाशय बनाने जैसे कार्य कराए जाएंगे.
- दौसा शहर में पेयजल की विकट समस्या वाले क्षेत्रों में जरूरत के मुताबिक सितंबर से मार्च तक टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के लिए 1 करोड़ 19 लाख रूपए की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति दी गई. दौसा जिले के बांदीकुई कस्बे में भी पेयजल समस्या को देखते हुए सितंबर से मार्च तक टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के लिए 1 करोड़ 16 लाख रूपए, दौसा जिले के बसवा में पेयजल संकट को देखते हुए सितंबर से मार्च तक टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के लिए 84 लाख 65 हजार रूपए की स्वीकृति दी गई.
- जयपुर जिले के चैमूं कस्बे में फिलहाल 48 घंटे में हो रही जलापूर्ति को देखते हुए सितंबर से मार्च तक टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के लिए 1 करोड़ 82 लाख रूपए.
- झुंझुनूं जिले के पिलानी कस्बे में पेयजल समस्या को देखते हुए सितंबर से मार्च तक टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के लिए 25 लाख 20 हजार रूपए की स्वीकृति दी गई.
- जैसलमेर शहर में भी सरकारी अस्पताल, कच्ची बस्ती एवं अन्य पेयजल समस्या से ग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों से पेयजल आपूर्ति के लिए 18 लाख रूपए की मंजूरी दी गई. सभी पेयजल समस्या ग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों से पेयजल सप्लाई जरूरत के मुताबिक जिला प्रशासन से समन्वय के आधार पर होगी.
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