Rajasthan Politics: राजस्थान में कई महीनों से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. ऐसे में ये सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है. इसी बीच अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार के मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) ने सार्वजनिक मंच से बीजेपी (BJP) नेता पर कटाक्ष किया है. दरअसल, आलाकमान के खिलाफ दृढ़ता से विरोध करने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने जयपुर की प्रतिष्ठित मानसरोवर आवासीय योजना में सिटी पार्क लोकार्पण के समय सार्वजनिक मंच थे. इस दौरान उन्होंने हास्य अंदाज में बीजेपी विधायक लाहोटी को कांग्रेसी बोल दिया. उन्होंने यहां तक कह दिया कि उन्हें तो बीजेपी में डेपुटेशन पर भेजा गया है. उन्होंने कहा कि आपको तो मैं जानता हूं, आप तो हमारे आदमी हो.
ओम शांति की जोड़ी जग जाहिर
वहीं प्रदेश के मुखिया सीएम अशोक गहलोत ने भी कोटा के 700 करोड़ के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह के दौरान 21 अक्टूबर को आयोजित वर्चुअल सम्बोधन में सार्वजनिक रूप से कह दिया कि कोटा के ओम शांति की जोड़ी जग जाहिर है. ओम यानी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और शांति यानी यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल हैं. अब कहां कोई पार्दर्शिता रह जाती है. खूले रूम में ही अब बयानबाजी सामने आ रही है. वहीं पूर्व में हुए वायरल वीडियों में सोम्या गुर्जर के पति राजाराम के खिलाफ इस घूसकांड में एसीबी में दर्ज मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक का नाम भी शामिल किया गया.
दुश्मन का दुश्मन अपना दोस्त
राजनीति को इस लिहाज से भी समझा जाए की अपनों की खैर नहीं दूसरों से बैर नहीं है. यानी कांग्रेस में अपने कद को लगातार बढ़ाते जा रहे पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को निकम्मा, पार्टी विरोधी, गद्दार कहा गया. पार्टी को फिर से संकट में डाल दिया गया. पूरे प्रदेश ही नहीं देश में नई इबारत लिखी गई. एक बार तो यहां तक कहा जा सकता है कि आलाकमान से उनकी कमान तक छीन ली गई. अब मल्लिकार्जुन खड़गे नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सामने आए हैं लेकिन पहले ही दिन खड़गे का विद्रोह करने वाले ही गुलदस्ता लेकर पहुंच गए.
अपनों को हराने में पीछे नहीं रही बीजेपी
कोटा संभाग की बात करें तो यहां कोटा उत्तर विधानसभा, कोटा दक्षिण और सांगोद में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपनों को ही हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. कोटा उत्तर में गुप्त बैठकें हुई जो बाद में जग जाहिर हो गई. दो बड़े नेता कांग्रेस और बीजेपी के एक हो गए और कोटा उत्तर विधायक प्रहलाद गुंजल हो हरा दिया. यही हाल कोटा दक्षिण का रहा जहां बीजेपी के विधायक संदीप शर्मा को हराने के लिए खुलकर बीजेपी के कार्यकर्ताओं और प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारियों ने मोर्चा खोला. कई पार्षद और पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक हुई, उसके बाद उन्हें हराने का प्रयास किया. चुनाव परिणाम आए तो वह हारने के कगार पर आ गए और कुछ हजार वोटों से जीत सके. यही हाल सांगोद में रहा जहां आपनों ने ही सांगोद विधायक हीरालाल नागर को हरा दिया.
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