Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले की डीग उपखंड में आदि बद्री और कंकांचल पर्वतों से खनन बंद कराने की मांग को लेकर 550 दिनों से पसोपा गांव में धरना दे रहे एक संत विजय दास ने आत्मदाह कर लिया था. संत विजय दास के आत्मदाह पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों द्वारा सियासत शुरू कर दी है. संत विजय दास की मौत के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक दूसरे के खिलाफ टीका टिप्पणी जारी है.
दरअसल गुरुवार को जल शक्ति मंत्री समेत कई बीजेपी नेता पसोपा गांव पहुंचे और संत विजय दास को श्रद्धांजलि अर्पित की थी. उसी दौरान जल शक्ति मंत्री ने इस सभी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया था. उधर कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने बीजेपी नेताओं पर राजनीतिक रोटियां सेकने का आरोप लगाया है.
'सैंपल देने में झिझक रहे शेखावत'
वहीं अब कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान करते हुए कहा, "मानेसर कांड हुआ था उस समय मेरे साथ गजेंद्र सिंह शेखावत से कोई संवाद हुआ बताया गया. इस मामले में वॉइस सैंपल लेने के लिए स्थानीय पुलिस कई बार मंत्री के पास गई थी मगर वह वॉयस सैंपल देने के लिए क्यों झिझक रहे हैं. गजेंद्र सिंह शेखावत यह बताने का कष्ट करें कि ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना में शामिल क्यों नहीं किया जा रहा है. सांसद किरोड़ी लाल मीणा हजारों लोगों के साथ इस मुद्दे को लेकर जयपुर कूच कर रहे हैं."
बीजेपी पर साधा निशाना
विश्वेंद्र सिंह ने कहा, "भरतपुर जिला कोई चरागाह नहीं है, जहां कोई भी आएगा और गलत राजनीति करेगा. स्थानीय साधु संत और ग्रामीणों से सरकार ने लगातार वार्ता की थी लेकिन हम इम्पोर्टेड साधुओं से वार्ता क्यों करे. जिस मुद्दे को लेकर साधु-संत कर रहे थे वह मुद्दा बीजेपी सरकार में ठंडे बस्ते में पड़ा रहा था. हमारी कांग्रेस सरकार ने तुरंत प्रभाव से साधु संतों की मांग पूरी कर दी और इस इलाके को वन क्षेत्र घोषित कर दिया है."
बीजेपी में 5 साल लंबीत रहा मामला
उन्होंने कहा, "गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था कि कांग्रेस सरकार को प्रक्रिया पूरी करने में 10 महीने लग गए जबकि 9 महीने में तो बच्चा पैदा हो जाता है. लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि बीजेपी सरकार में ही यह मुद्दा 5 साल तक लंबित पड़ा था इसलिए 5 साल में तो बच्चा पैदा होकर यूकेजी में आ जाता है." मंत्री ने कहा कि आज प्रदेश बीजेपी में जो नेता मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं उनके सपने टूटते जा रहे हैं इसलिए वे लोग बौखला रहे हैं. बीजेपी में भी कई नेता ऐसे हैं जिनकी अच्छी छवि रही है जिन पर कोई दाग नहीं लगा है.
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