Shobha Kanwar in KBC-14: शहर के बूंदी (Bundi) रोड पर रहने वाली प्राइमरी स्कूल टीचर शोभा कंवर (Shobha Kanwar) जिले से लेकर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई बार सम्मानित हुई हैं. इस बार वो कौन बनेगा करोड़पति सीजन (KBC) 14 में हॉट सीट पर पहुंच गई हैं. हाल ही में चल रहे केबीसी के प्रोमो में वह अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के सामने बैठी हैं और उन्होंने पूछे गए प्रश्न के जवाब दिए. शो के प्रोमो में वह अमिताभ बच्चन से कहती हुई नजर आ रही हैं कि 'आप मेरे दोणार्चार्य, मैं एकलव्य' हूं.
22 सालों से कर रही थी केबीसी में जाने की तैयारी
इसके साथ ही अमिताभ बच्चन को अपने स्कूल की जानकारी और शिक्षा के तरीके के बारे में बताते नजर आ रही हैं. हालांकि शोभा कंवर ने सीधे तौर पर कुछ भी बताने से इंकार किया, लेकिन उन्होंने कहा कि वे बीते 22 सालों से केबीसी में जाने का इंतजार कर रही थीं. इसके लिए 4 बार उनका ऑडिशन भी हुआ था और इस बार जब ऑडिशन 6 महीने पहले हुआ, तब वह मान कर चल रही थीं कि इस बार जरूर हॉट सीट पर बैठेंगी. उनका चयन केबीसी में बैठने वाले 10 उम्मीदवारों में हुआ और हॉट सीट पर भी वे पहुंची. इस संबंध में 6 महीने पहले से ही तैयारी जारी थी. उनके स्कूल में भी केबीसी की पूरी टीम आई थी और उसने इस दौरान शूटिंग भी की थी.
शिक्षा के नवाचार के लिए हुई थीं सम्मानित
शोभा कंवर बूंदी जिले के ही बरुन्धन स्थित प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाती हैं. प्राइमरी टीचर शोभा कंवर सामान्य शिक्षिकाओं की तरह ही सरकारी सेवा के लिए चयनित हुईं, लेकिन उन्होंने अपना लक्ष्य कुछ और ही निर्धारित किया. उन्होंने नवाचारों के जरिए बच्चों को एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग से पढ़ाना शुरू किया. इसके लिए वे घंटों मेहनत कर बच्चों को पढ़ाती हैं. इसके जरिए ही वे अभी तक राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई बार सम्मानित हो चुकी हैं. बालिका शिक्षा को लेकर बनी डॉक्यूमेंट्री पर राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद ने उन्हें सम्मानित किया है. शोभा कंवर 2007 में प्राइमरी टीचर में सेलेक्ट हुईं, तब से वह नवाचार में जुड़ गई और रोज नये-नये पढ़ाने के तरीके ईजाद करने लगी. बच्चों के लिए एक्टिविटी लर्निंग ट्रिक्स बनाने लगी, पजल, गेम, पहेली, क्विज, स्लाइडर बोर्ड और अन्य तरीके को उन्होंने इसमें शामिल किया.
सरकारी स्कूल के बच्चों को कैलिफोर्निया स्कूल के बच्चों का पेन फ्रेंड बनाया
शोभा कंवर ने पढ़ाई के तरीकों में अलग ही नवाचार कर सरकारी स्कूल के बच्चों को कैलिफोर्निया स्कूल के बच्चों का पेन फ्रेंड बनाया. ये देश में पहला इस तरह का नवाचार था, इसमें विदेशी बच्चों के साथ संपर्क में रहते हैं और उनके पेन फ्रेंड हैं. उन्हें वहां के शिक्षक जो पढ़ाते हैं, वे उसकी जानकारी यहां के बच्चों को देते हैं. साथ ही यहां पर जो उन्हें पढ़ाई करवाई जाती है, इसकी जानकारी भी यह विदेशी बच्चों को पत्र से बताते हैं.