Rajasthan News: सरकारी स्कूल की टीचर को देवी सरस्वती का अपमान करना पड़ा महंगा, हुआ ये एक्शन
Teacher Suspended: बारां के जिला शिक्षा अधिकारी ने शुक्रवार को किशनगंज क्षेत्र के लकड़ाई गांव के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में तैनात एक शिक्षक हेमलता बैरवा को निलंबित करने का आदेश जारी किया.
RajasthanTeacher Suspended: राजस्थान के बारां जिले में तैनात एक सरकारी स्कूल शिक्षक को देवी सरस्वती का अनादर करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदेश के बाद प्राथमिक विद्यालय की टीचर हेमलता बैरवा को शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया.
राजस्थान के स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गुरुवार को बारां जिले के किशनगंज क्षेत्र में अपने दौरे के दौरान एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, "कुछ लोग खुद को इतना महत्व देते हैं, उनकी 'चाल' (कार्यशैली) अभी खत्म नहीं हुई है और वे पूछते हैं कि स्कूल में देवी सरस्वती का क्या योगदान है, जिसने भी इस क्षेत्र में ऐसा कहा है, मैं उसे निलंबित कर देता हूं."
प्रारंभिक जांच बाद हुआ निलंबन
सार्वजनिक रूप से मंत्री की घोषणा के एक दिन बाद, बारां के जिला शिक्षा (प्रारंभिक) अधिकारी ने शुक्रवार को बारां के किशनगंज क्षेत्र के लकड़ाई गांव के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रबोधक स्तर 1 शिक्षक हेमलता बैरवा को निलंबित करने का आदेश जारी किया. जिले को उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई पर विचार करने को कहा गया है. हालांकि, बारां जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी ने दावा किया कि बैरवा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने और भड़काने की प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद निलंबन आदेश जारी किया गया था.
शुक्रवार को जारी किया गया आदेश
बारां जिला शिक्षा (प्रारंभिक) अधिकारी पीयूष कुमार शर्मा ने बताया कि उनके निलंबन का आदेश शुक्रवार को जारी किया गया. किशनगंज क्षेत्र के लकाड़िया स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह में मंच पर देवी सरस्वती की तस्वीर लगाने को लेकर हुए विवाद की प्रारंभिक जांच में शिक्षक को स्थानीय लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और भड़काने का जिम्मेदार पाया गया.
क्या था मामला
इसी साल 26 जनवरी को स्कूल में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान प्राथमिक शिक्षक और अन्य ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया था. बैरवा ने समारोह में मंच पर महात्मा गांधी और भीमराव अंबेडकर की तस्वीरों के साथ देवी सरस्वती की तस्वीर लगाने से इनकार कर दिया, जबकि स्थानीय ग्रामीण मंच पर देवी सरस्वती की तस्वीर लगाने पर अड़े थे. शिक्षक ने स्थानीय लोगों को यह कहते हुए उकसाया कि देवी सरस्वती ने स्कूल और शिक्षा के लिए कुछ भी योगदान नहीं दिया.
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