Rajasthan Senior Citizen Pilgrimage Scheme: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) प्रदेश में सरकारी खर्च पर 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक तीर्थ यात्रा करवाने जा रहे हैं. जिसमें 18000 वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन के माध्यम से व 2000 वरिष्ठ नागरिकों को हवाई यात्रा के माध्यम से तीर्थ यात्रा का करवाई जाएगी. धार्मिक तीर्थ यात्रा सितंबर-अक्टूबर में शुरू होनी है लेकिन उससे पहले तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. वरिष्ठ नागरिकों की तीर्थ यात्रा योजना के लिए देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत (Shakuntala Rawat) ने कहा कि सितंबर-अक्टूबर माह से प्रारंभ होने वाली वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में अब 70 वर्ष से अधिक आयु और 60 वर्ष से अधिक आयु के दिव्यांगजन यात्रा के दौरान अपने साथ एक सहायक साथ ले जा सकेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों की यात्रा सुविधाजनक हो.
मंत्री शकुंतला रावत ने की बैठक
मंत्री शकुंतला रावत ने गुरुवार को सचिवालय स्थित अपने कक्ष में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित किया. इस बैठक में सलाहकार समिति के सदस्य रणधीर सिंह, वीरेन्द्र पूनिया उपस्थित रहे जबकि इंद्रराज सिंह गुर्जर और रमेश पंड्या ने वीसी के जरिए सुझावों पर सहमति दी. बैठक में देवस्थान आयुक्त करण सिंह, संयुक्त शासन सचिव अजय सिंह राठौड़ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
बढ़ाया गया है बजट
देवस्थान मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में इस योजना के लिए 13 करोड़ से बजट बढ़ाकर 30 करोड़ किया है, वहीं यात्रियों की संख्या को भी 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि यात्रा के लिए 2011 की जनसंख्या के आधार पर जिलों के लिए कोटा निर्धारित किया गया है. इस यात्रा में एक दर्जन से ज्यादा तीर्थ स्थलों का भ्रमण करवाया जाएगा. मंत्री ने कहा कि समिति का सुझाव था कि प्रदेश के वृद्धाश्रमों से भी बुजुर्गों को यात्रा में शामिल किया जाए. पति और पत्नी में से किसी एक के आवेदन करने पर दोनों को पात्र माना जाए. साथ ही दिव्यांग बुजुर्गों को भी सहायक के साथ यात्रा की अनुमति मिले. सभी सुझावों को मानते हुए अधिकारियों को इन्हें शामिल करने के निर्देश दिए हैं.
जून से शुरू होगी ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि सितंबर-अक्टूबर से शुरू होने वाली यात्रा के लिए जून से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ करने और सितंबर माह से यात्रा शुरू करना प्रस्तावित है. यात्रा में पहली बार 20 हजार यात्रियों को देशभर के तीर्थ स्थलों तक ले जाया जाएगा. इनमें से 18 हजार यात्रियों को ट्रेन व 2 हजार यात्रियों को वायुयान के जरिए तीर्थ स्थलों का भ्रमण करवाया जाएगा. जिन व्यक्तियों की आयु 1 अप्रैल 2022 तक 60 वर्ष पूरी हो गई है या 1 अप्रैल 1962 से पहले जिनका जन्म हुआ है, वो इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. गौरतलब है कि, वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में शामिल होने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवाना पड़ेगा. इसके अलावा आवेदक का जनाधार कार्ड भी बनवाना आवश्यक होगा.
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