Rajasthan News: राज्य सरकार की और से मेडिकल क्षेत्र ने कई सुविधाएं दी जा रही हैं. यहां तक कि इलाज के लिए कई संभाग मुख्यालय के हॉस्पिटल में ऐसी मशीनें लगाई गई हैं, जो बड़े-बड़े निजी हॉस्पिटल में भी नहीं लगी हैं. यहां तक कि सभी उपचार निशुल्क हैं. फिर भी कई लोग उपचार के लिए निजी हॉस्पिटल जाना पसंद करते हैं. इसमें सबसे बड़ा कारण वहां की गंदगी है.


सभी जानते हैं कि सरकारी हॉस्पिटल में बाथरूम, वार्ड से लेकर लगभग हर जगह गंदगी देखी जाती है. लेकिन इस परेशानी से अब निजात मिलने वाली है, क्योंकि राजस्थान के उदयपुर स्थिति रविन्द्र नाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज से संबंधित महाराणा भूपाल अस्पताल सहित अन्य में एक पहल शुरू की है. यह है मेरा अस्पताल-मेरी जिम्मेदारी.


शिकायत की तो आधे घंटे में होगी सफाई


दरअसल, इस अभियान के तहत एक शिकायत मंच खोला गया है. इस शिकायत मंच पर आपने एक भी शिकायत गंदगी को लेकर की, तो उसे टाला नहीं जाएगा. वहां की गंदगी आधे घंटे के अंदर साफ भी हो जाएगी. इसके लिए हॉस्पिटल की तरफ से हर जगह एक क्यूआर कोड चस्पा किया हुआ है. इस क्यूआर कोड को आप अपने मोबाइल में स्कैन कर, गंदगी का फोटो उसमें अपलोड करेंगे, तो आधे घंटे में सफाई हो जाएगी. दरअसल, साफ-सफाई पर इसलिए बल दिया गया है, क्योंकि यह संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है. संभाग के अलावा यहां मध्यप्रदेश के मंदसौर, नीमच और रतलाम तक के मरीज यहां आते हैं. बड़ी संख्या में मरीज आने और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है.


शिकायतर्ता को कहा जाएगा अस्पताल मित्र


रविन्द्र नाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल विपिन माथुर ने बताया कि पूरा डिजिटल सिस्टम डेवलप किया गया है. इसमें शिकायत होते ही वेंडर के पास एक मेल जाएगा और शिकायत का निस्तारण होगा. शिकायत करने वालों को अस्पताल मित्र कहा जाएगा. हॉस्पिटल साफ और सुंदर दिखे और मरीजों को कोई परेशानी नहीं आए यही मकसद है. गौरतलब है कि राजस्थान में ऐसा कदम पहली बार हुआ है. 


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