Rajasthan News: राजस्थान का पानी गुजरात नहीं जाएगा. सरकार गुजरात जाने वाले पानी को रोकने की तैयारी में है. गुजरात की सीमाएं राजस्थान के डूंगरपुर, बांसवाड़ा जिले से लगी हुई हैं. बांसवाड़ा और डुंगरपुर जिला पानी के मामले में समृद्ध है. आस्था का बेणेश्वर धाम तीन नदियों जाखम-सोम-परवन का संगम है. लाखों एमसीएफटी पानी बहकर गुजरात चला जाता है. पानी गुजरात चले जाने से किसानों को खेती में सिंचाई की समस्या आती है. अब गुजरात जाने वाले पानी को रोकने की पूरी तैयारी कर ली गई है. अधिकारियों का कहना है कि 2024 तक प्रोजेक्ट पूरा भी हो जाएगा. मार्च से पहले प्रोजेक्ट डूंगरपुर जिले में शुरू होगा. सोम नदी पर 131 करोड़ रुपए में 4 एनीकट बनाए जाएंगे. एनीकट बन जाने से गुजरात जाने वाला पानी रुक जाएगा.


एनीकट परियोजना पर सरकार की मुहर


वनवासा, दौलपुर, भावरना और बेणेश्वर के आसपुर में एनीकट बनाए जाएंगे. तीन एनीकट सौर ऊर्जा आधारित सूक्ष्म परियोजना के होंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2022-23 में घोषणा की थी. जल संसाधन विभाग ने एनीकट का डीपीआर तैयार कर राज्य सरकार को भेज था. सरकार ने एनीकट परियोजना को मंजूरी दे दी है. अब वित्तीय और प्रसाशनिक स्वीकृति जारी होते ही टेंडर जारी कर दिए जाएंगे. अगले साल मार्च तक काम शुरू होकर 2024 तक पूरा होगा.


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नहीं जाएगा राजस्थान का पानी गुजरात


आसपुर एईएन बहादुर सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र के किसान अभी अपने स्तर पर सिंचाई की व्यवस्था करते हैं. करीब फीसद किसान साल में एक या दो फसल ही ले पाते हैं. संभावना है कि 2024 तक एनीकट बन जाने के बाद किसानों को 12 माह सिंचाई की सुविधा मिलेगी और सभी फसल ले पाएंगे. एनीकट पर पंप हाउस स्थापित कर मोटर लगाई जाएगी. मोटर को विद्युत के लिए उच्च क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जाएंगे. खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाई जाएगी. पाइप लाइन बिछ जाने से 12 माह 24 घंटे किसानों को जरूरत के अनुसार  पानी मिल जाएगा और 17 गांव की करीब 750 हेक्टेयर जमीन को सबसे ज्यादा फायदा होगा.