Rajasthan News Today: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर की रेप और हत्या के खिलाफ राजस्थान में डॉक्टर हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों की हड़ताल के बीच प्रदेश के चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने एसएमएस अस्पताल और सेठी कॉलोनी स्थित राजकीय सेटेलाइट अस्पताल का दौरा किया. 


चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने आपातकालीन सेवाओं, आईपीडी और ओपीडी का निरीक्षण कर चिकित्सा सेवाओं की स्थिति देखी और चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. 


चिकित्सा मंत्री ने अधिकारियों को दिया निर्देश
इसके बाद सुबह 8.30 बजे सवाई मानसिंह अस्पताल का मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने दौरा किया. उन्होंने सबसे पहले आपातकालीन इकाई में पहुंचकर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया. गजेंद्र सिंह खींवसर ने रोगियों से बात कर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली.


इस दौरान चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को निर्देश दिया कि अस्पताल में आ रहे रोगियों को तत्काल उपचार उपलब्ध करवाया जाए, जिससे किसी भी मरीज को जांच और उपचार के लिए तकलीफ का सामना नहीं करना पडे़.


मरीजों से जाना स्वास्थ्य सेवाओं का हाल
चिकित्सा मंत्री ने जनरल वार्ड में जाकर आईपीडी सेवाओं का भी निरीक्षण किया है. मरीजों से मुलाकात करने के बाद गजेंद्र सिंह खींवसर ने पूछा कि चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार के कारण उन्हें इलाज करवाने में किसी तरह की कठिनाई तो नहीं है. 


मरीजों ने बताया कि उन्हें शनिवार (17 अगस्त) को चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान भी समुचित जांच और उपचार की सुविधा मिली है. चिकित्सा मंत्री ने रजिस्ट्रेशन काउंटर और अन्य चिकित्सा सुविधाओं का भी जायजा लिया है. 


सवाई मानसिंह अस्पताल में आपातकालीन इकाई, वार्ड्स, आईसीयू सहित अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू पाई गई. इसके बाद चिकित्सा मंत्री सेठी कॉलोनी स्थित राजकीय सेटेलाइट अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने यहां आपातकालीन सेवाओं की स्थिति देखी और मरीजों से बातचीत की है.


'किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार'
खींवसर ने बताया कि कार्य बहिष्कार की स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों के अवकाश निरस्त कर दिए गए थे. वैकल्पिक व्यवस्थाओं के तहत चिकित्सकों की आपातकालीन इकाई, आईपीडी आदि में रोटेशन के आधार 24 घंटे उपस्थिति सुनिश्चित की गई है. 


मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है और हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है. इसके चलते किसी भी स्थान पर चिकित्सा सेवाओं को लेकर अप्रिय स्थिति पैदा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि ओपीडी, आपातकालीन सेवाओं और आईपीडी में रोगियों को समुचित उपचार मिल रहा है. 


गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि तेज बारिश के कारण उत्पन्न स्थितियों की भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. उन्होंने उच्च स्तरीय बैठक को लेकर सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों में जांच, दवा और उपचार के माकूल इंतजाम किए जाएं.


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