Rajasthan Monkeypox Virus Cases: कोरोना वायरस के मंकी वायरस का डर लोगों को सता रहा है. दुनियाभर में इसके मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. हालांकि भारत में अभी इसका एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया है. इस बात की पुष्टि राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने भी की है. सोमवार (30 मई) को परसादी लाल मीणा ने मीडिया से कहा कि मंकी वायरस का एक भी केस दर्ज नहीं हुआ और सरकार इसे मॉनिटर कर रही है. उन्होंने कहा, ''देश और राज्य में मंकीपॉक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया है. पूरा देश अलर्ट पर है. स्वास्थ्य विभाग और सरकार लगातार इसको मॉनिटर कर रहे हैं.''
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया के 23 देशों में मंकीपॉक्स पैर पसार चुका है. अब तक इसके 257 मामले सामने आ चुके हैं. भारत में इसके लिए अलर्ट जारी किया गया है. हवाईअड्डों पर विदेशों से आने-जाने वालों को मॉनिटर किया जा रहा है. वहीं, यह भी जानकारी सामने आई है कि देश में मंकीपॉक्स की जांच के लिए आरटीपीसीआर जांच किट विकसित की जा चुकी है.
मंकीपॉक्स से बचाव के लिए डॉक्टर सबसे अच्छा तरीका साफ सफाई से रहने का बता रहे हैं. अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार मंकीपॉक्स भी एक संक्रामक बीमारी है.
ये होते हैं लक्षण
डॉक्टरों की मानें तो मंकीपॉक्स के लक्षण चिकिनपॉक्स यानी चेचक से मिलते जुलते हैं. इससे संक्रमित होने पर बुखार, सिर दर्द, बदन में चकत्ते और मवाद वाले फफोले पड़ते हैं. डॉक्टरों का यहां तक कहना है कि बुखार के पहले से तीन दिन के भीतर भी अगर शरीर पर चकत्ते नजर आएं तो इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि यह मंकीपॉक्स हो सकता है.
क्या है उपाय
मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय के तौर पर सबसे पहले तो डॉक्टर क्वारंटीन होने की सलाह देते हैं. इसके अलावा इसमें एंटीवायरल दवाएं चलती हैं. चिकिनपॉक्स वाली वैक्सीन भी इसके उपाय के तौर पर देखी जा रही है.
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