Asaram Gets Parole: अपने ही गुरुकुल की नाबालिग लड़की से रेप मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में अंतिम सांस तक सजा काट रहे आसाराम को राजस्थान हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. लंबे समय से बीमार चल रहे आसाराम को इलाज के लिए 7 दिन की पैरोल मिली है. आसाराम को इलाज के लिए पुलिस कस्टडी में महाराष्ट्र ले जाया जाएगा. इसी के साथ 11 साल बाद आसाराम पहली बार जेल से बाहर आएगा.


आसाराम को कुछ दिन पहले सीने में दर्द की शिकायत हुई थी, जिसके बाद जेल प्रशासन ने उसे जोधपुर के एम्स में एडमिट कराया. मेडिकल चेकअप के बाद उसे इलाज के लिए भर्ती किया गया. 10 अगस्त से वह जोधपुर के एम्स में है. बताया जा रहा है कि आसाराम की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलने के बाद से एम्स के बाहर उसके समर्थकों की भीड़ लग गई. 


आसाराम ही उठाएगा इलाज का खर्च
राजस्थान हाई कोर्ट के जस्टिस डॉक्टर पुष्पेंद्र सिंह भाटी की बेंच में आसाराम के इलाज के लिए पैरोल पर सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद जस्टिस ने आसाराम को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में इलाज के लिए पैरोल दी है. आसाराम के उपचार के लिए सारा खर्च आसाराम द्वारा ही उठाया जाएगा. साल 2018 में POCSO कोर्ट ने आसाराम को नाबालिग से रेप का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. 


भूत-प्रेत भगाने के नाम पर नाबालिग को किया मोलेस्ट
जोधपुर के मणाई स्थित आश्रम में आसाराम ने 15 अगस्त की रात को एक नाबालिग लड़की पर से भूत-प्रते का साया हटाने के नाम पर उसे अपनी कुटिया में बुलाया था. वहां उसे डरा धमका कर उसके साथ छेड़छाड़ की और ओरल सेक्स किया था. 20 अगस्त को दिल्ली के कमला नगर मार्केट पुलिस थाने में जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज कराई गई. इस रिपोर्ट को जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट वेस्ट के पास भेजा गया. 


1 सितंबर 2013 से बंद है आसाराम 
इसके बाद जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 की रात को आसाराम को छिंदवाड़ा के आश्रम से अरेस्ट किया गया. फिर, 1 सितंबर को जोधपुर लाया गया. इसके बाद से लगातार आसाराम जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद है.


 


यह भी पढ़ें: Rajasthan Weather: राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी, CM भनजलाल शर्मा ने इन जिलों का किया हवाई सर्वेक्षण