'एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी', SDM को थप्पड़ मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी की जमानत खारिज
Rajasthan News: राजस्थान हाईकोर्ट से नरेश मीणा को झटका लगा है. एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा पिछले दो महीने से जेल में बंद हैं. उन्होंने जमानत के लिए गुहार लगाई थी.
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Rajasthan News: टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को हाईकोर्ट से झटका लगा है. बुधवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने नरेश मीणा की जमानत याचिका खारिज कर दी.
एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा पिछले दो महीने से जेल में बंद हैं. 13 नवंबर को उपचुनाव की वोटिंग के दिन नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारा था. रात को समरावता गांव में जमकर आगजनी और हिंसा हुई थी.
अगले दिन 14 नवंबर को समरावता गांव से पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार किया था. नरेश मीणा के अलावा समरावता हिंसा मामले में कुछ अन्य लोग भी गिरफ्तार हुए थे. ज्यादातर आरोपियों को जमानत मिल चुकी है.
नरेश मीणा ने जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. आज सुनवाई करते हुए अदालत ने नरेश मीणा की केवल एक याचिका पर सुनवाई की. मीणा ने अपने खिलाफ दर्ज दो मामलों में जमानत याचिका की अर्जी लगाई है. समरावता में उपद्रव फैलाने और भीड़ को भड़काने का एक मामला है और दूसरा मामला एसडीएम को थप्पड़ मारने का है. थप्पड़ कांड में गुरुवार को सुनवाई हो सकती है. जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट का सख्त रवैया दिखाई दिया. कोर्ट ने मौखिक टिप्पणी करते हुए याचिकाकर्ता को मुख्य आरोपी बताया. नरेश मीणा पर भीड़ को भड़काने और उपद्रव फैलाने का भी आरोप है.
एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा को झटका
कोर्ट ने कहा, "घटना को सोशल मीडिया पर आरोपी ने वायरल किया. ऐसा नहीं चलेगा, एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी." कोर्ट ने पुलिस से फैक्ट रिपोर्ट और नरेश मीणा का आपराधिक रिकॉर्ड मांगते हुए मामले की सुनवाई एक सप्ताह के लिए टाल दी.
नरेश मीणा ने साल 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट की दावेदारी की थी. टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर बारां विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया. चुनाव में नरेश मीणा को हार मिली थी. फिर उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर देवली उनियारा उपचुनाव में पर्चा दाखिल किया. समरावता में दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था. हिंसा और आगजनी के बाद करीब 70 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. ज्यादातर आरोपियों को जमानत मिल चुकी है.
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