Rajasthan News: राजस्थान हाईकोर्ट ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के चुनाव पर गुरुवार को रोक लगा दी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे हैं. दौसा, नागौर, श्रीगंगानगर और अलवर के जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीसीए) की ओर से दायर याचिका पर न्यायमूर्ति महेंद्र गोयल की एकल पीठ ने यह फैसला दिया है. आरसीए का चुनाव शुक्रवार (30 सितंबर) को होना था.


चुनाव अधिकारी पर लगा आरोप
रिट याचिका में आरोप लगाया गया है कि आरसीए चुनाव के चुनाव अधिकारी रामलुभाया स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यक्ति नहीं हैं. वह सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं. याचिकाकर्ता डीसीए की ओर से पेश हुए वकील डॉ अभिनव शर्मा ने कहा कि चुनाव अधिकारी ने सरकार में सक्रिय रूप से काम किया है और वह राज्य के मुख्यमंत्री के अधीन काम कर रहे हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत न केवल आरसीए के वर्तमान अध्यक्ष हैं, बल्कि इस पद के लिये फिर चुनाव लड़ रहे हैं.


आरोप लगाया गया कि रामलुभाया को राजस्थान में जिलों के परिसीमन के लिए उच्चाधिकार प्राप्त समिति का मार्च में छह महीने के लिए अध्यक्ष नियुक्त किया गया था और बाद में आठ सितंबर को उन्हें चुनाव अधिकारी के रूप में नियुक्त कर दिया गया. याचिका में आरोप लगाया गया है कि राज्य सरकार ने आरसीए के चुनावों को प्रभावित करने के मकसद से उच्चाधिकार प्राप्त समिति में 13 सितंबर को उनका कार्यकाल 2023 तक बढ़ा दिया.


'चुनाव हो रहे प्रभावित'
आरसीए की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद ने दलील दी कि अगर केवल पिता के कहने पर चुनाव प्रभावित हो रहे हैं तो जय शाह बीसीसीआई के सचिव हैं और उनके पिता भारत के गृह मंत्री हैं, इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि बीसीसीआई राजनीतिक दबाव में है. अदालत ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की दलीलों को खारिज कर दिया और शुक्रवार को होने वाले चुनाव पर रोक लगा दी. मामले की सुनवाई अब शुक्रवार को होगी.


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