Rajasthan News: कोटा के इटावा में कैथूदा गांव के निकट झरेल के बालाजी के पास चंबल नदी (Chambal River) पर हाई लेवल ब्रिज (High Level Bridge) का निर्माण होगा. ये मांग सालों से चली आ रही थी और हजारों लोग इस ब्रिज के नहीं बनने से प्रभावित हो रहे थे. किसान अपनी उपज को मंडी तक ले जाने के लिए परेशान हो रहे थे. लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) के प्रयास से केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय ने इसके लिए स्वीकृति जारी कर दी है.
बरसात के दिनों में होती परेशानी
इटावा, बारां और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से सवाई माधोपुर और जयपुर (Jaipur) को जोड़ने में खातौली, कैथूदा सवाई माधोपुर सड़क की महत्वपूर्ण भूमिका है. इस मार्ग पर कैथूदा के पास चंबल नदी पर एक कम ऊंचाई का काफी पुरानी पुलिया बनी हुई है. वहीं बरसात के दिनों में जलस्तर बढ़ने पर यह पुलिया डूब जाती है जिससे आस-पास के इलाकों से कनेक्टिविटी खत्म हो जाती है.
दो साल पहले हुई थी स्वीकृति
क्षेत्र के लोग लंबे समय से यहां हाई लेवल ब्रिज के निर्माण की मांग कर रहे थे. करीब दो साल पहले हाई लेवल ब्रिज स्वीकृत हुआ, लेकिन वन क्षेत्र में आने के कारण यहां निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका. लोगों ने स्पीकर बिरला को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय से इसकी स्वीकृति दिलाने के प्रयास शुरू किए. ओम बिरला इसको लेकर मंत्रालय से निरंतर सम्पर्क बनाए हुए थे. केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री डॉ. भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में वन क्षेत्र में निर्माण की स्वीकृति जारी कर दी गई. इससे अब जल्द ही कैथूदा गांव के बाहर पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा. यह पुल धर्मपुरिया में उतरेगा.
1,880 मीटर लंबा होगा पुल
झरेल के बालाजी के पास चंबल नदी पर बनने वाला हाई लेवल ब्रिज 1,880 मीटर लंबा होगा. इसके निर्माण पर लगभग 165 करोड़ रूपये का खर्च आएगा. इसके बनने के बाद बरसात के दिनों में कोटा होकर गुजरने की परेशानी दूर हो जाएगी, जिससे लोगों को करीब 25 किमी की दूरी कम तय करनी पड़ेगी.