Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर (Jodhpur) पुलिस कमिश्नरेट ईस्ट के डांगियावास और बनाड़ पुलिस थाना क्षेत्र के खेड़ी सालवा गांव के चौक में बदमाशों के बीच हुए गैंगवार में हिस्ट्रीशीटर अनिल लेगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने 12 घंटे के भीतर एक नाबालिग सहित दो आरोपियों को पकड़ा है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि गुरुवार (18 जनवरी) की शाम करीब 5 बजे महादेव नगर बनाड़ निवासी (27) वर्षीय अनिल लेगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
अनिल लेगा खेड़ी सालवा कला गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए परिवार के साथ पहुंचा था. वहां से लौटते समय उसे 19 वर्षीय विष्णु और उसके नाबालिक भाई ने गोली मारी, जिससे अनिल लेगा की मौके पर ही मौत हो गई. डीसीपी ने बताया कि हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे. इसके बाद पुलिस टीम द्वारा अलग-अलग इलाकों में तलाश की गई तो आरोपी गांव के पास ही खेत से पकड़े गए. बताया जा रहा है कि वारदात के बाद दोनों आरोपी खेत के रास्ते भागे थे और और खेत में ही छुप गए थे.
सालों पुरानी रंजिश में की हत्या
डीसीपी अमृता दुहन ने आगे बताया कि मृतक अनिल लेगा और आरोपियों के परिवार के बीच बहुत पुरानी रंजिश चल रही थी. 1970 में दोनों परिवार खेड़ी सालवा गांव में पड़ोसी थे. उस दौरान किसी बात पर दोनों परिवार के बीच झगड़ा हो गया था. जिसके बाद दोनों परिवारों ने एक दूसरे पर हमला किया था. उस हमले में मृतक अनिल लेगा के दादा चतराराम के सिर पर चोट लगी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी. इसका बदला लेने के लिए अनिल लेगा ने 2018 में आरोपी के पिता थानाराम की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
शादी में बनाया हत्या का प्लान
पुलिस जांच में सामने आया कि आपसी रंजिश के बाद अनिल लेगा का परिवार जोधपुर शहर में आकर बस गया था. खेड़ी सालवा गांव में उनका आना जाना भी नहीं था. इस बीच छात्र नेता और छात्र संघ के पूर्व महासचिव सुनील बिश्नोई की 18 जनवरी को शादी थी, जिसमें अनिल लेगा शामिल होने पहुंचा था. इसी शादी में आरोपी विष्णु ने अनिल लेगा को मारने का प्लान बनाया. इसके बाद आरोपी अपने नाबालिक भाई के साथ गांव के चौराहे पर घात लगाकर बैठ गया.
अनिल लेगा मोंटू कंडारा गैंग का सदस्य था
वहीं वापस लौटते समय चौराहे पर अनिल लेगा ने गाड़ी रोकी और नीचे उतरा तभी अचानक गोली चलने की आवाज आई. इस हमले में पांच राउंड फायरिंग की गई, जिसमें एक गोली अनिल के सिर में लगी और वो नीचे गिर गया. इसके बाद उसके दोस्त उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. जानकारी के अनुसार मोंटू कंडारा का हिस्ट्रीशीटर भाई लवली कंडारा का जब एनकाउंटर हुआ था. उस समय अनिल लेगा गाड़ी चला रहा था. हिस्ट्रीशीटर अनिल लेगा पर हत्या और अन्य गंभीर मामलों में 9 केस दर्ज थे.