Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में "होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान" की कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई. इसमें प्रदेश के होटल व्यवसाइयों ने अपनी समस्याओं को सांझा किया. साथ ही प्रदेश में होटल व्यवसाय में सरकार की अपेक्षा और उपेक्षा पर विस्तार से मंथन किया. कार्यक्रम संयोजक अशोक माहेश्वरी ने बताया कि राजस्थान सरकार के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने होटल व्यवसाइयों से बात की और उनकी बातों को सुना.


उन्होंने कहा कि कोटा में होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान की कार्यकारिणी की बैठक होना एक सराहनीय कदम है. इससे कोटा संभाग के पर्यटक स्थलों की जानकारी प्रदेश और देश स्तर तक पहुंच पाएगी. हाड़ौती में बेहतरीन पर्यटक स्थल हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में यहां पर्यटन विकसित नहीं हो पाया है. हम सभी के संयुक्त प्रयासों से और सरकारी प्रोत्साहन से कोटा संभाग के पर्यटन स्थलों को देश-प्रदेश के मानचित्र पर लाने के लिए प्रयास किए जाएंगे.


कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि कोटा को शैक्षणिक नगरी के साथ-साथ अब पर्यटन और औद्योगिक नगरी के बनाने के लिए हम पूरी तरह से कटिबद्ध हैं. उन्होंने कोटा में इस बैठक को आयोजित करने की सराहना की. साथ ही कहा कि यह हाड़ौती के पर्यटन विकास के लिए महत्वपूर्ण पहलू साबित होगा.
 
"प्रदेश की कई नीतियां पर्यटन विकास में बाधा"
फेडरेशन के अध्यक्ष हुसैन खान ने कहा कि कई सरकारी नीतियां ऐसी बनी हुई थी. जिससे राज्य के पर्यटन विकास में कहीं बाधाएं उत्पन्न हो रही थी. हमारे संगठन द्वारा ऐसे नियम जो राज्य के पर्यटन विकास को बाधित कर रहे थे उनको हटाने में हमारे द्वारा भरपूर प्रयास किए गए. उन्होंने कहा कि हमने पाया कि कोटा संभाग के पर्यटक स्थल राज्य के बेहतरीन पर्यटक स्थलों में से एक है, लेकिन यहा प्रचार-प्रसार के अभाव और प्रयासों की कमी से हाड़ौती को पर्यटन के मानचित्र पर नहीं लाया जा सका है.


हमारे द्वारा हर संभाग में बैठक कर उस क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भरपूर प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान में कोटा संभाग का प्रतिनिधित्व नहीं था, इसलिए इस क्षेत्र में कोई भी बैठक अभी तक आयोजित नहीं हो सकी. इसी को ध्यान में रखते हुए कोटा संभाग के अध्यक्ष पद पर अशोक माहेश्वरी को नियुक्त किया है, जिन्होंने होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान की कार्यकारिणी की बैठक कोटा में आयोजित कर हाड़ौती के पर्यटन क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए एक सराहनीय काम किया है.


फेडरेशन के संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा ने कहा कि राजस्थान सरकार से पर्यटन विकास का बजट 2000 करोड़ करवाना चाहते हैं. इसके अलावा अटकी हुई टूरिज्म पॉलिसी को तुरंत लागू करवाना हमारी मांग है. इसके बाद राजस्थान में इन्वेस्टमेंट बढ़ जाएगा. इन्वेस्ट करने वाले लोगों को एडवांटेज मिलेगा और राजस्थान में पर्यटन बढ़ेगा. हमारे अन्य मुद्दे टैक्स और ट्रांसपोर्टेशन को लेकर है. इएनटाइटलमेंट सर्टिफिकेट बजट होटल को नहीं मिल रहा है. उनमें भी छूट करने की मांग है.

होटल व्यवसाइयों ने क्या कहा?
होटल व्यवसाइयों का कहना है कि जब तक हम सरकार के भरोसे बैठे रहेंगे तब तक कुछ नहीं होने वाला है. कोटा हाड़ौती में बूंदी को छोड़कर पूरे सभांग में पर्यटक स्थल के लिए कहीं भी शहर का नाम नहीं है. जबकि इन क्षेत्र में बेहतरीन पर्यटक स्थलों की भरमार है, जो बेहद आकर्षक और पुरातत्व से परिपूर्ण है. 


दरअसल, होटल व्यवसाइयों को नियमों की जानकारी के अभाव में कई तरह की परेशानियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, जिससे व्यवसाई इस क्षेत्र में निवेश करने से कतराते हैं. होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान ने यह बीड़ा उठाया है कि पूरे राज्य में अपने संगठन के माध्यम से सरकारी नीतियों में दी जा रही छूटों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा.



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