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Rajasthan News: उदयपुर में ऊंची पहाड़ियों पर आक्रोशित सैकड़ों आदिवासी और पुलिस आमने -सामने, क्या है पूरा मामला?
Udaipur News: 15 दिन में दूसरी बार सैकड़ों की संख्या में आदिवासी एकजुट हुए. पहले गुजरात जाने वाले हाईवे पर आए थे तो अब ऊंचे पहाड़ों पर विरोध की तैयारी में जमा हुए हैं.
राजस्थान को राजनीति में सभी पार्टियों के लिए आदिवासी सबसे महत्वपूर्ण माने जाते हैं. अभी पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व का दौरा भी चल रहा है. लेकिन पिछले 15 दिनों से यहां का माहौल ही कुछ अलग चल रहा है. 15 दिन में दूसरी बार सैकड़ों की संख्या में आदिवासी एकजुट हुए. पहले गुजरात जाने वाले हाईवे पर आए थे तो अब ऊंचे पहाड़ों पर जमा होकर विरोध की तैयारी में खड़े हो गए. यहीं नहीं सामने उसी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा. फिलहाल मामले में पुलिस ने मुकदमे दर्ज किए और 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. जनाइए क्या हुआ मामला.
आरक्षण की मांग को लेकर विरोध, साथ लाए कुल्हाड़ी और ढोल
दरअसल आरक्षण मंच की तरफ से जनसंख्या में अनुपात में 70.42 फीसदी आरक्षण की मांग की जा रही है. इसको लेकर 25 अगस्त को भी गुजरात जाने वाले दाहोद हाईवे पर महापड़ाव की एलान था. सैकड़ों की संख्या में आदिवासी जूते भी थे. आरक्षण मंच के नेता कमलकांत कटारा सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद मंच की तरफ से महासम्मेलन करने की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन बांसवाड़ा प्रशासन ने अनुमति नहीं दी. इसको लेकर बांसवाड़ा जिले के कलिंजर के निकट भोयन घाटी को पहाड़ियों पर सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र हो गए. मांग वहीं को आरक्षण दिया जाए. जैसे ही पुलिस को जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया. पुलिस जाब्ता लेकर पहाड़ियों पर पहुंची.
पहले समझाया, नहीं माने तो दौड़ा दौड़ा कर पकड़ा
घटना की गंभीरता को देखते हुए बांसवाड़ा एसपी अभिजीत सिंह भी पहाड़ियों पर पहुंचे और साथ में बड़ी संख्या में जाब्ता था. पुलिस ने पहले सभी से समझाइश की लेकिन नहीं माने. फिर एसपी के आदेश पर पुलिस पहाड़ियों पर दौड़ी और लीड कर रहे युवकों को पकड़ा. यहीं नहीं, कुछ युवक पानी की ऊंची टंकी पर चढ़ गए और कूदने की बात कहते लग गए. पुलिस ने उनको कई देर समझाइश की और फिर नीचे उतारा. पुलिस ने आरक्षण मंच के नेता कमलकांत कटारा, भाजपा नेता दीप सिंह सहित 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया और 100 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया.
अनुमति नहीं दी थी, धारा 144 होते हुए एकत्र हुए, कार्यवाही की
एसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि आरक्षण महासम्मेलन की मांग थी लेकिन उन्होंने अनुमति के लिए प्रॉपर पत्र लिखने का तरीका नहीं अपनाया. साथ ही जहां महासम्मेलन करने की बात कहा एह थे वहां स्थानीय लोगों ने फसलों के कारण मना कर दिया. फिर उन्होंने अनुमति के लिए पत्र लिखा जिस पर स्थितियों को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी. धारा 144 लगी हुई है, फिर भी लोग पहाड़ियों पर एकत्र होने लगे. मौके पर पहुंच समझाइश करने पर नहीं माने तो एक्शन लिया गया.
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