Rajasthan Annapurna Rasoi News: राजस्थान सरकार की ओर से प्रदेश भर में गरीब और मजदूर लोगों को भरपेट पौष्टिक भोजन देने के लिए अन्नपूर्णा रसोई चलाई जा रही है. इस अन्नपूर्णा रसोई में मात्र आठ रुपये में भरपेट शुद्ध शाकाहारी भोजन करवाया जाता है. प्रदेश भर में करीब 1000 से अधिक अन्नपूर्णा रसोई चल रही है, जहां पर गरमा-गरम भोजन सम्मान के साथ बैठकर मात्र आठ रुपये में खिलाया जाता है.
जोधपुर नगर निगम उत्तर क्षेत्र में संचालित अन्नपूर्णा रसोई पर आईटी टीम की जांच में कूपन काटने की प्रणाली में अनियमितता पाई गई. ऐसे में पांच रसोई के संचालकों से आठ लाख रुपये से ज्यादा की जुर्माना राशि वसूली गई है. नगर निगम उत्तर के आयुक्त अतुल प्रकाश ने बताया कि नगर निगम उत्तर की ओर से 20 अन्नपूर्णा रसोई संचालित हो रही है, जिसकी लगातार जांच की जा रही है.
अन्नपूर्णा रसोई में भोजन की क्वालिटी और कूपन काटने की प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर लगातार जांच की जा रही है. इस संबंध में आईटी टीम की ओर से सभी अन्नपूर्णा रसोई में कूपन काटने की प्रक्रिया की अचानक जांच की गई. इस दौरान पांच अन्नपूर्णा रसोई सेंटर पर अनियमितता मिलने पर नगर निगम उत्तर आयुक्त ने सभी अन्नपूर्णा रसोई संचालकों को साफ तौर से हिदायत दी. उन्होंने कहा कि कूपन काटने की प्रक्रिया और भोजन की क्वालिटी में किसी प्रकार की अनियमितता बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इन अन्नपूर्णा रसोईयों पर लगा जुर्माना
- कृषि मंडी अन्नपूर्णा रसोई पर 1 लाख 16 हजार रुपये जुर्माना लगा.
- हज हाउस अन्नपूर्णा रसोई पर 2 लाख 88 हजार रुपये जुर्माना लगा.
- सिवांची गेट अन्नपूर्णा रसोई पर 2 लाख रुपये जुर्माना लगा.
- सूरसागर चौराहा अन्नपूर्णा रसोई पर 1 लाख रुपये जुर्माना लगा.
- राजीव गांधी कॉलोनी अन्नपूर्णा रसोई पर 1 लाख रुपये जुर्माना लगा.
- राजीव गांधी कॉलोनी अन्नपूर्णा रसोई पर 1 लाख रुपये जुर्माना लगा.
अशोक गहलोत सरकार में हुई थी शुरूआत
गौरतलब है कि राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के दौरान गरीबों को आठ रुपये में भरपेट भोजन की सुविधा के लिए कोरोना महामारी के बाद "इंदिरा रसोई" की शुरुआत की गई थी. इंदिरा रसोई की पारदर्शिता के लिए ऑनलाइन पर्ची काटने की व्यवस्था की गई थी. साथ ही इंदिरा रसोई में खाना खाने आने वाले लोगों को होटल जैसी सुविधा और मान सम्मान मिले, इसकी व्यवस्था भी की गई थी.
वहीं अब गहलोत सरकार जाने के बाद राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी. भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री बने उसके बाद इंदिरा रसोई का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई किया गया. बता दें कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान अन्नपूर्णा रसोई की शुरुआत की गई थी, जिसे अशोक गहलोत की सरकार के आने के बाद उसे इंदिरा रसोई का नाम दिया गया था.