Hanuman Jayanti 2022: नागौर के बाल हनुमान मंदिर के लिए आज निकलेगी विशाल पद यात्रा, जानिए इसका रोचक इतिहास
Hanuman Jayanti 2022: राजस्थान के नागौर जिले में एक ऐसा हनुमान मंदिर है जिसका इतिहास सामने ही मौजूद एक सरकारी स्कूल से जुड़ा है.
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Hanuman Jayanti 2022: आज हनुमान जयंती है और देश में श्रद्धालु हनुमान जी की आराधन कर अपने ईष्ट देव को प्रसन्न कर रहे हैं. भारत में हनुमान जी के अनगिनत मंदिर और कई बड़ी मान्यता वाले धाम हैं जहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु उनकी पूजा और दर्शन करने पहुंचते हैं. ऐसा ही एक मंदिर है राजस्थान के नागौर जिले में. डेगाना में चंदारुण रोड़ पर मौजूद श्री बाल हनुमान मंदिर का इतिहास काफी पुराना है. ये मंदिर 1950-55 के बीच बनाया गया था. दरअसल इस मंदिर का इतिहास यहां सामने ही मौजूद एक सरकारी स्कूल से जुड़ा है. यहां पढ़ने आने वाले छात्रों ने ही इस मंदिर की नींव रखी थी.
1955-56 में रखी गई बाल हनुमान मंदिर की नींव
दरअसल सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों ने साल 1955-56 में डेगाना जंक्शन तक पैदल ही आते थे. उस समय पढ़ने वाले छात्रों में करवा परिवार और नावन्धर परिवार सहित अन्य समाज के छात्र शामिल थे. इन छात्रों ने एक खेजड़ी के नीचे बालाजी का पत्थर रखकर सिंदूर चढ़ाकर पूजा की शुरुआत की थी. बाद में इन छात्रों ने इस जगह का नाम बाल हनुमान रख दिया और फिर धीरे-धीरे भंवर लाल करवा के रिश्तेदारों ने मिलकर एक छोटे मंदिर का निर्माण कराया था. बाद में साल 1978 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया था. साथ ही यहां एक प्याऊ भी बनवाई गई थी.
मंदिर के पुनर्निर्माण का काम जारी
यहां बड़ी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और बाल हनुमान के लिए आस्था को देखकर यहां मंदिर कमेटी का गठन किया गया और मंदिर को नए सिरे से तैयार करने की कवायद शुरू हुई. इस कमेटी में अध्यक्ष जुगलकिशोर, कोषाध्यक्ष गौतमचंद कोठारी महामंत्री लालचंद लखारा को बनाया गया. साथ ही कमेटी में कुल 11 सदस्य बनाए गए. लेकिन काफी वक्त तक मंदिर निर्माण का काम नहीं शुरू हो सका. इसके बाद कमेटी का पुनर्गठन किया गया और अब इस कमेटी में सदस्यों की संख्या 21 है. वहीं मंदिर के पुनर्निर्माण की नींव साल 2017 में विजयदशमी के दिन रखी गई. वहीं अब मंदिर के निर्माण काम में काफी प्रगति हुई है. अब श्री बाल हनुमान मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर पिपली वाले हनुमान मंदिर के सामने से विशाल पद यात्रा का आयोजन होगा. साथ ही जन्मोत्सव पर शाम 6 बजे से विशाल भजन संध्या और महाप्रसाद का आयोजन किया जाएगा.
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