Rajasthan IPS Transfer: विकास कुमार बनाए गए जोधपुर रेंज के नए आईजी, क्या है इस क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती?
Rajasthan IPS Officer Transfer: जोधपुर रेंज के नवनियुक्त आईजी विकास कुमार ने पुलिस सेवा में रहते में कई पदों पर सेवाएं दी है. बता दें कि राज्य में 13 आईपीएस अधिकारियों के तबादले हुए हैं.
Jodhpur Range IG: राजस्थान सरकार ने कई जिलों के पुलिस अधिकारियों के तबादला किए हैं. इसी क्रम में कार्मिक विभाग ने प्रदेश के 13 आईपीएस अधिकारियों का तबादला सूची जारी किया है. इसमें जोधपुर रेंज आईजी जय नारायण शेर का तबादला कर दिया गया है. उनकी जगई आईपीएस विकास कुमार को जोधपुर रेंज का नया आईजी बनाया गया है. विकास कुमार राजस्थान कैडर के 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी है. वह मूलरुप से औरंगाबाद के रहने वाले हैं.
जोधपुर रेंज के नवनियुक्त आईजी विकास कुमार ने पुलिस सेवा में रहते में कई पदों पर अहम भूमिक अदा की है. सिविल सेवाओं में चयन से पहले उन्होंने साल 1997 में आईआईटी कानुपर से बीटेक की डिग्री प्राप्त की. इंजीनियरिंग करने के बाद विकास कुमार ने बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्राइवेट सेक्टर में नौकरी भी ज्वाइन किया, उसके बाद उन्होंने भारतीय रेलवे ज्वाइन में भी महत्तवपूर्ण पद पर नौकरी की, इसके दौरान उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी करते हुए साल 2004 में सिविल सेवाओं में टॉप किया और आईपीएस के पद पर चयनित हुए. विकास कुमार को भारतीय पुलिस सेवा में राजस्थान का कैडर मिला.
जोधपुर रेंज में हैं ये चुनौतियां
विकास कुमार में प्रदेश की भजनलाल शर्मा सरकार ने जोधपुर रेंज का नया आईजी बनाया है, यहां पर उनके सामने कई बड़ी चुनौतियां भी हैं. पहली चुनौती लोकसभा चुनाव के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ते महिलाओं के विरुद्ध अपराध, गैंगस्टर, अवैध मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी, संगठित अपराध के साथ 007, 0029, लॉरेन्स विश्नोई गैंग जैसे कई गैंग सक्रिय हैं, इन अपराधों पर अंकुश लगाना उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी. इसके अलावा भू माफिया, खनन माफिया, मादक पर्दर्थो का बढ़ता कारोबार, जुआ, सट्टा, साइबर ठगी को रोकने के साथ क्षेत्र के लोगों के सामने भयमुक्त वातावरण पैदा करना रहेगा.
इन अपराधों पर लगाया लगाम
आईपीएस विकास कुमार अपने कार्य प्रणाली के लिए पुलिस महकमें में हमेशा से चर्चा में रहे हैं. इन्होंने कई टास्क को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई है. आईपीएस विकास कुमार 10 जिलों में एसपी रह चुके हैं. 2009-10 में गुर्जर मीणा आंदोलन के दौरान शांति बहाल करने और 2010 में सीकर में शराब माफिया के खिलाफ मोर्चा खोलने में भी सफल रहे. उसके साथ ही सांप्रदायिक हिंसा नियंत्रण, राजमार्ग डकैती और अवैध हथियारों के बड़े रैकेट को खत्म करने में और ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने में महत्वपूर्म भूमिका अदा कर चुके हैं.
उत्कृष्ट सेवा के लिए मिल चुके हैं ये पुरस्कार
आईपीएस विकास कुमार को राष्ट्रपति सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं. विधानसभा चुनाव के दौरान आईपीएस विकास कुमार के नेतृत्व में भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी, जो रिकॉर्ड तोड़ नकदी थी. चुनाव में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उन्हें राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा विकास कुमार को आईआईटी कानपुर की ओर से प्रतिष्ठित सत्येंद्र कुमार दुबे मेमोरियल अवार्ड 2017 से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा आईपीएस विकास कुमार को अल्मा मेटर पुरस्कार, प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया अवार्ड, शांति और सद्भाव कायम रखने के लिए होम मिनिस्टर ट्रॉफी फॉर द बेस्ट वर्क ऑफ कम्युनल हार्मनी एंड नेशनल इंटीग्रेशन से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा माहौल को अच्छा से बनाए रखने के लिए सर बीएस मेमोरियल ट्रॉफी से भी सम्मानित किया जा चुका है.
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