Rajasthan Petrol Pump: आम जनता को महंगाई से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने अहम कदम उठाते हुए पेट्रोल डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी को घटा दिया है. जिससे तेल की कीमतों को नियंत्रित किया जा सके. लेकिन राजस्थान में पिछले दो-तीन दिनों से पेट्रोल-डीजल पंप ड्राई होने को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है. वहीं अब राजस्थान में दो तेल कंपनियों HPCL (हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड) और BPCL (भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड) ने घाटा कम करने के लिए तेल की राशनिंग शुरू कर दी गई है. 


'पेट्रोल डीजल की किसी तरह की किल्लत नहीं'
राजस्थान पेट्रोलियम एसोसिएशन के प्रवक्ता शुभम गुलेचा से एबीपी न्यूज़ ने खास बातचीत की. राज्य में पेट्रोल-डीजल की किल्लत है या फिर अफवाह के सवाल पर शुभम गुलेचा ने बताया कि पेट्रोल डीजल की किसी तरह की किल्लत नहीं है. पेट्रोलियम कंपनी पहले हमें क्रेडिट देती थीं, लेकिन अब चैटिंग बंद कर दिया गया है. एडवांस पेमेंट जमा कराने पर ही गाड़ी लोड की जाती है, इसको लेकर अधिकतर पेट्रोल पंप के मालिकों के सामने दिक्कत खड़ी हो गई है, क्योंकि एडवांस पेमेंट का अमाउंट बड़ा होता है.


एडवांस पेमेंट पर बराबर मिल रहा तेल
गुलेचा ने आगे कहा, जो पंप का मालिक एडवांस पेमेंट कर रहा है उसको माल बराबर मिल रहा है. पेमेंट एडवांस नहीं होने पर कंपनी से गाड़ी लोड नहीं हो रही है. किसी तरह के पेट्रोल डीजल की किल्लत नहीं है पेट्रोल डीजल की किल्लत को लेकर यह सिर्फ अफवाह है. पेट्रोलियम कंपनियों के द्वारा पेट्रोल पंप को माल लोड करने से पहले एडवांस पेमेंट लेने का नियम शुरुआत से ही लागू है. कुछ एक लोगों को राहत देने के लिए पैटर्न कंपनियां क्रेडिट में देना शुरू किया जो कि अब क्रेडिट बंद कर दिया गया है.


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ग्रहकों ने बताई सच्चाई
एक पेट्रोल पंप पर मार्केटिंग का काम करने वाले नागर डीजल भरवाने के लिए पहुंच थे, उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है. मेरा ट्रैवलिंग का जॉब है और मैं रोजाना पेट्रोल-डीजल भरवा रहा हूं, मुझे कहीं पर भी कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा है. पेट्रोल-डीजल को लेकर झूमर जरूर सामने आ रहा है कि पेट्रोल-डीजल खत्म हो चुका है. किल्लत के चलते कई पेट्रोल पंप ड्राई हो चुके हैं लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है जिस किसी पेट्रोल पंप पर हम जा रहे हैं वहां पर पेट्रोल-डीजल मिल रहा है. वहीं आशीष कुमार ने बताया कि मुझे गाड़ी में डीजल डलवाना था, लेकिन डीजल के लिए मैं बासनी से इतना दूर आया हूं, क्योंकि बीच में आने वाले दो-तीन पेट्रोल पंप पर डीजल नहीं था.


कंपनियों का दावा- 12 से 15 रु./लीटर तक हो रहा घाटा
21 मई को केंद्र ने पेट्रोल पर 9.55 रु. और डीजल पर 7.20 रुपए लीटर एक्साइज ड्यूटी घटाई थी. पहले से ही तेल की कीमतों में उछाल पर ब्रेक लगा रखा है. BPCL और HPCL कम हो रहे मुनाफे के लिए इसे ही जिम्मेदार ठहरा रही हैं. दोनों कंपनियों के अफसर डीजल पर 15 रुपए और पेट्रोल पर 12 से 13 रुपए प्रति लीटर नुकसान की बात कह रही हैं.


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