Sukhdev Singh Gogamedi Attack: जयपुर में अज्ञात मंगलवार को हमलावरों ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर गोलियां चला दीं. पुलिस के अनुसार गोगामेड़ी की बाद में अस्पताल में मौत हो गई. जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि मंगलवार दोपहर को श्याम नगर इलाके में हुई इस गोलीबारी में एक हमलावर की भी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि गोगामेड़ी के घर के बाहर से एक व्यक्ति की स्कूटी छीनकर फरार हुए दोनों आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे हैं.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा,‘‘तीन लोग गोगामेड़ी के आवास पर गए और उन्होंने उनके सुरक्षाकर्मियों से कहा कि वे गोगामेड़ी से मिलना चाहते हैं. सुरक्षाकर्मी उन्हें अंदर ले गए जहां उन्होंने गोगामेड़ी से दस मिनट तक बातचीत की. इसके बाद, उन्होंने उन पर गोलियां चला दीं.’’ जोसेफ ने कहा कि गोगामेड़ी के सुरक्षाकर्मियों को भी गोली लगी, जबकि तीन आरोपियों में से एक नवीन सिंह शेखावत की भी गोलीबारी में मौत हो गई. उनके मुताबिक घटना के बाद दो हमलावर घर से बाहर निकले और एक व्यक्ति से स्कूटी छीनकर फरार हो गए.
घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है
पुलिस आयुक्त ने कहा कि नवीन शेखावत ही उस गाड़ी को चला रहा था जिससे तीनों श्याम नगर में गोगामेड़ी के आवास पहुंचे थे . उनका कहना है कि प्राथमिक जानकारी के अनुसार नवीन शेखावत एक दुकान चलाता था. जोसफ ने बताया कि घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया,‘‘पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई. हम घटना में संलिप्त दो आरोपियों की पहचान करने और उनका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. हत्या की साजिश रचने वाले भी पकड़े जायेंगे.’’
'पहले भी धमकी दी गई थी'
इस घटना की खबर फैलते ही गोगामेड़ी के समर्थक और राजपूत समाज के लोग उनके घर और अस्पताल पहुंचने लगे. गोगामेड़ी के एक रिश्तेदार ने अस्पताल के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उन्हें पहले भी धमकी दी गई थी और उन्हें हमले की आशंका थी. उन्होंने बताया कि धमकी के बारे में पुलिस को भी जानकारी दी गयी. रिश्तेदार ने कहा,‘‘हमलावर उनके घर गए और सुरक्षाकर्मी से कहा कि वे सुखदेव गोगामेड़ी से मिलना चाहते हैं. वह उन्हें ड्राइंग रूम में ले गये जहां उन्होंने गोलियां चलाईं.’’
2015 में राजपूत करणी सेना से अलग हो गए
उन्होंने कहा ''गोगामेड़ी को काफी समय से धमकियां मिल रही थीं. पुलिस को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करना चाहिए.” करणी सेना के संस्थापक और संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी के साथ मतभेदों के बाद गोगामेड़ी 2015 में राजपूत करणी सेना से अलग हो गए और उन्होंने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का गठन किया. इन दोनों संगठनों ने राजपूत समुदाय के संदर्भ में ऐतिहासिक तथ्यों से कथित छेड़छाड़ को लेकर फिल्म पद्मावत का विरोध किया था.
आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की कि गई मांग
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पुलिस अधिकारियों से आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा है. शेखावत ने 'एक्स' पर कहा,‘‘ (मैं) राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के समाचार से स्तब्ध हूं. इस संदर्भ में (मैंने) पुलिस आयुक्त से जानकारी ली है और उन्हें आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए कहा है.’’ उन्होंने कहा ‘‘लोगों को शांति और धैर्य रखना होगा. भाजपा सरकार के शपथ लेते ही राज्य को अपराध मुक्त करना हमारी अग्रणी प्राथमिकताओं में है.’’