Water Problem in Jaipur Rajasthan: राजस्थान (Rajasthan) की राजधानी (Jaipur) जयपुर में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. जलदाय विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. विभाग हर घर में 700 लीटर पानी देने का दावा करता है वहीं अंतिम छोर तक लो प्रेशर के चलते 24 घंटे में सिर्फ 15 मिनट ही पानी मिल पा रहा है. इससे लोगों को बड़ी मुश्किल से 80 लीटर पानी ही उपलब्ध हो पा रहा है. ये हालात जयपुर के अधिकांश क्षेत्रों में बने हुए हैं. जलदाय विभाग के अधिकारियों की मानें तो हर घर 700 लीटर पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही 7 मीटर ऊंचाई पर रखी टंकियां भी प्रेशर से भरी जा रही है. जबकि, अंतिम छोर के 90 हजार घरों तक पानी का प्रेशर ना के बराबर हो जाता है, जिसके चलते 24 घंटे में पानी सिर्फ 15 मिनट ही मिल पाता है, जिससे मुश्किल से प्रति घर 80 लीटर पानी की आपूर्ती ही हो पा रही है.
ये है कारण
इसका मुख्य कारण विभाग के 265 वितरण केंद्रों से निकलने वाली पाइप लाइनों को रीडिजाइन नहीं किया जाना है. साथ ही पानी के प्रेशर के लिए ट्यूबवेल नहीं होना है, जिससे करीब 90 हजार घरों में लो प्रेशर से पानी जाता है जिससे आपूर्ती नहीं हो पा रही है. विभाग की तरफ से प्रेशर को सुधारने के लिए इस साल 1750 ट्यूबवेल और 500 जगहों पर पाइप लाइन मिलान की आवयश्कता बताई गई है. लेकिन, सिर्फ 243 ट्यूबवेल की ही स्वीकृति प्रदान की गई है इसमें से भी 123 ट्यूबवेल ही सप्लाई से जोड़े गए हैं और शेष 120 ट्यूबवेल तो अभी तक खोदे ही नहीं गए.
90 हजार घरों मिल कहा है सिर्फ 80 लीटर पानी
दरअसल, 700 लीटर पानी रोजाना प्रेशर से पहुंचाने का दावा विभाग करता है साथ ही 2 मंजिल पर रखी टंकियों के भरने के दावे भी किए जाते है. इसके लिए प्रेशर 9.8 पोंड (पीएसआई) होना चाहिए जबकि अधिकांश क्षेत्रो में प्रेशर 5 से 7 पोंड होता है और अंतिम छोर तक जाते-जाते इसका प्रेशर मात्र 2 से 3 पौंड (पीएसआई ) रह जाता है. प्रेशर कम होने की वजह से अंतिम छोर के करीब 90 हजार घरों तक सिर्फ 80 लीटर ही पहुंच पा रहा है.
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