Rajasthan: भारत और ओमान के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास 'ईस्टर्न ब्रिज' का हुआ समापन, जानें क्या रहा खास
Rajasthan News: जोधपुर (Jodhpur) में भारतीय वायुसेना और ओमान एयरफोर्स के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास का समापन हो गया है. जानें युद्धाभ्यास में भारत और ओमान ने किन फाइटर प्लेन का इस्तेमाल किया.
India And Oman Air Force Joint Exercise in Jodhpur: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) और ओमान एयरफोर्स (Oman Air Force) के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास ईस्टर्न ब्रिज (Eastern Bridge) के छठे संस्करण का समापन हो गया है. 21 से 25 फरवरी 2022 तक जोधपुर (Jodhpur) एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित इस ड्रिल में भारतीय वायुसेना ने सुखोई -30 एमकेआई, जगुआर और मिराज 2000 लड़ाकू विमानों का एक बेड़ा तैनात किया था. युद्धाभ्यास में ओमान के पायलट अपने साथ अमेरिकी एफ-16 जेट लेकर आए थे. युद्धाभ्यास को दौरान अमेरिकी फाइटर जेट एफ 16 को भारतीय पायलट्स ने भी उड़ाया. शुक्रवार देर शाम तक दोनों देशों के लड़ाकू विमानों ने आसमान में 40000 फिट की ऊंचाई पर काल्पनिक दुश्मनों को ढेर किया.
मिसाइल हमले को नाकाम करने की ड्रिल
युद्धाभ्यास को दौरान भारत (India) और ओमान (Oman) के पायलट्स ने काल्पनिक दुश्मनों को हवा में ही खत्म करने का अभ्यास किया गया. मिसाइल हमले को नाकाम करने की भी ड्रिल की गई. इससे पहले भारतीय वायुसेना ने अपने बयान में कहा था कि दोनों देशों की वायु सेनाओं का ये युद्धाभ्यास परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा, साथ ही IAF और RAFO की भागीदारी दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को भी मजबूत करेगी.
बदले गए थे फ्लाइट के शेड्यूल
संयुक्त युद्धाभ्यास की वजह से जोधपुर एयरपोर्ट से उड़ने वाली यात्री फ्लाइट के शेड्यूल भी बदले गए थे. कई फ्लाइट्स को रद्द भी कर दिया गया था. इसको लेकर Notam (वायु सैनिकों के लिए सूचना) जारी कर दिया गया था. कई फ्लाइट्स के कैंसिल या फिर डिलेड लैंडिंग का कारण किसी भी अनहोनी को रोकना था. नोटिस टू एडमिशन (नॉटम) के दौरान ताकीद दी गई थी कि हवा में केवल फाइटर प्लेन ही होंगे इसके बाद जब फाइटर प्लेन ब्रेक के लिए उतरे थे तब ही किसी यात्री विमान को जोधपुर एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति दी गई थी.
5 एफ 16 लड़ाकू विमान हुए शामिल
शनिवार को ओमान का बेड़ा जामनगर एयरबेस होते हुए थमरेट एयरबेस पहुंचेगा. रक्षा प्रवक्ता के अनुसार इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों वायु सेनाओं की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में पारस्परिक आदान-प्रदान करना था. इस अभ्यास के दौरान दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों ने वायुसेना स्टेशन जोधपुर का दौरा किया और आपसी सहयोग की आगे की संभावनाओं पर चर्चा की. ओमान वायुसेना के बेड़े में कुल 130 स्टाफ 5 एफ 16 लड़ाकू विमान शामिल थे.
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