Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में भगवान श्री रामलला का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है. 22 जनवरी को भगवान श्री रामलला टेंट से निकलकर भव्य मंदिर में विराजेंगे. इस प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर जोर शोर से देशभर में तैयारी चल रही है. साथ ही राम मंदिर आंदोलन के दौरान शहीद हुए कारसेवकों को भी याद किया जा रहा है. उनके परिवार को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राम मंदिर समिति की ओर से विशेष निमंत्रण भेजा गया है.
जोधपुर के प्रोफेसर महेंद्र नाथ अरोड़ा राममंदिर आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली लगने से शहीद हो गए थे. उन्हें सम्मान देने के लिए जोधपुर में एक सर्कल और एक सड़क का उनके नाम पर नामकरण किया गया था, लेकिन कुछ समय बाद ही उस शिलालेख पट्टिका को हटा दिया गया. वहीं रामलाल प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलने के बाद जब एबीपी न्यूज ने कारसेवक प्रोफेसर महेंद्रनाथ अरोड़ा के परिवार से बात की तो उनके परिवार के लोगों ने बताया कि हमें बहुत दुख होता है कि हमारे पिता के नाम पर बनी सड़क से शिलालेख पट्टिका ही हटा दी गई है.
जल्द लगेगी कारसेवक के नाम की शिलालेख
इसके बाद कारसेवक प्रोफेसर महेंद्र नाथ अरोड़ा की इस खबर को एबीपी न्यूज ने प्रमुखता से उठाया. वहीं यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री और पाली सांसद पीपी चौधरी के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने वादा किया है कि जल्द ही कारसेवक प्रोफेसर महेंद्रनाथ अरोड़ा के नाम से बनी सड़क पर शिलालेख पट्टिका लगवाएंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए कहा कि आपके द्वारा यह जानकारी मेरे संज्ञान में आई है, जिस पर हम जल्द काम करेंगे.
अशोक गहलोत सरकार में हुआ ये काम
कारसेवक प्रोफेसर महेंद्र नाथ अरोड़ा के नाम से जिस सड़क का नामकरण किया गया था, वहां पर एक बार फिर से शिलालेख पट्टिका लगाएंगे.
उन्होंने पूर्व की अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान इस तरह की गिरी हुई हरकत हुई है. गहलोत सरकार के दौरान ही वह पट्टिका हटाई गई है. सांसद पीपी चौधरी ने कहा कि मैं उनके परिवार से मिलकर जल्द ही शिलालेख पट्टिका वहां लगवा दूंगा और सर्कल का डेवलपमंट भी किया जाएगा. उनका बलिदान कोई भूल नहीं सकता है. कारसेवक भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण की महत्वपूर्ण ईंट हैं.