बिजली विभाग की लापरवाही से लाइनमैन की मौत, पांच घंटे तक पोल पर लटका रहा शव, विरोध में NH जाम
Rajasthan Accident: केकड़ी जिले में रविवार को दर्दनाक हादसा हो गया. लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई. विरोध में ग्रामीणों ने जयपुर-भीलवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया. सहमति बनने के बाद जाम खुला.
Rajasthan News: केकड़ी जिले में रविवार को बिजली की लाइन ठीक करने खंभे पर चढ़े लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई. हादसे के बाद लाइनमैन का शव पांच घंटे तक बिजली पोल पर लटका रहा. विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने जयपुर-भीलवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया. प्रदर्शनकारी पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. एनएच जाम की सूचना पाकर केकड़ी उपाधीक्षक हर्षित शर्मा और मसूदा उपाधीक्षक सज्जन सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क के दोनों ओर एक किलोमीटर दूर तक वाहनों की कतार लग गई. उन्होंने आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझाकर एनएच से हटने की अपील की.
सहमति बनने के बाद प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय राजमार्ग से हट गये. पुलिस ने बताया कि घटना भिनाय थाना क्षेत्र के खेड़ी गांव में हुई. 37 वर्षीय लाइनमैन किशन लाल जाट तकनीकी खराबी को ठीक करने के लिए बिजली पोल पर चढ़ा था. अचानक ग्रिड से बिजली आपूर्ति शुरू हो गयी. लाइनमैन करंट की चपेट में आकर झुलस गया. लाइनमैन की मौत के बाद ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा. उन्होंने मुआवजे की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित कर दिया. जाम के कारण गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी.
बिजली विभाग की चूक के कारण लाइनमैन की मौत
केकड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचंद्र सिंह ने बताया, "दर्दनाक घटना बिजली विभाग और संविदा कर्मचारियों की चूक के कारण हुई है. ग्रामीण एक करोड़ रुपये का मुआवजा मांग रहे थे.” उन्होंने बताया कि बिजली विभाग और ठेकेदार ने 40 लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति जताई. अतिरिक्त मुआवजे के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है. उन्होंने बताया कि शव को पोल से नीचे उतारकर अंतिम संस्कार किया गया. सिंह ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया था. समझौते के बाद ट्रैफिक व्यवस्था दोबारा बहाल हो गयी है.
राजस्थान में 11 सीट हारने की वजह पर क्या बोले मंत्री हीरालाल नागर? बिजली कटौती पर दिया जवाब