Jodhpur Latest News: देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. आजादी के इतने सालों बाद भी देश में कुछ अजीब रिवाजों के कारण कई लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के पाली जिले से आया है, जहां खाप पंचायत ने अमृत सुथार नाम के एक मैकेनिकल इंजीनिय और उसके परिवार को समाज से बाहर कर दिया. दरअसल दो महीने पहले अमृत सुथार की शादी में पंचायत को दूल्हे का साफा और दाढ़ी पसंद नहीं आई, जिसकी सजा के तौर पर पंचोली परिवार को समाज से बाहर कर दिया गया. 


मामले में पीड़ित अमृत सुथार ने बताया कि उसके और उसके परिवार के सामने समाज के पंचों के द्वारा शर्त रखी गई थी कि, वह 2 महीने में पंचों की बैठक बुलाये. बैठक में या तो दूल्हा माफी मांगे या पंच जो आदेश दें वो दूल्हा मान ले.


दूल्हे ने बैठक बुलाने की बात से इंकार कर दिया, जिसके बाद उसके ससुराल से लेकर और गांव समाज के अन्य लोगों पर पीड़ित परिवार से कोई संबंध नहीं रखने का दबाव बनाया जाने लगा. परेशान होकर पीड़ित अमृत सुथार ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी. पीड़ित के शिकायत के बावजूद मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. 


पंचयात के मुताबिक साफा और दाढ़ी न रखने पर किया गया बहिष्कृत


खाप पंचायत के फैसले से परेशान अमृत सुथार ने बताया कि वो पंचायत के इस फैसले के सामने झुकना नहीं चाहता था. समाज की ओर से लगातार दबाव मनाया जा रहा था. उसे इस बात का भी डर था कि पंचायत का फैसला नहीं मानने पर उसकी पत्नी को मायके में आने जाने में समस्या होगी और उसकी बहन का भी उसके घर से नाता टूट जाएगा. इन सब के बावजूद अमृत ने आखिर में तय किया कि वह समाज के ठेकेदारों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा. उसने ट्विटर पर पोस्ट कर खाप पंचायत के फैसले के बारे में बताया. 


इसको लेकर अमृत सुथार से जब संपर्क किया और जानने की कोशिश की कि आखिर क्या वजह थी, जिस वजह से पंचों ने उसे और उसके परिवार को समाज से बाहर कर दिया? इस पर अमृत सुथार ने बताया कि 22 अप्रैल 2023 को पूजा के साथ उसकी शादी हुई थी. मेरी पत्नी पूजा सोलंकी पाली जिले के बाली की रहने वाली है. पूजा ने आईटी में बीएससी किया है, वो पुणे में एलएनटी कंपनी में आईटी डिपार्टमेंट में वेब डेवलपर के पद पर तैनात हैं. मैं भी पुणे में जॉब करता हूं शादी में हमने करीब एक हजार से अधिक लोगों को बुलाया था, जिसमें समाज के लोग भी शामिल थे. धूमधाम से शादी हुई करीब 15 दिन तक सब कुछ सही चला. 


शिकायत के बावजूद प्रशासन नहीं कर रहा है सुनवाई- अमृत सुथार


सुथार ने बताया कि 5 मई को मुझे पता चला कि पंचों ने मेरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया है. उसका कारण सिर्फ ये है कि शादी में मैंने क्रीम कलर का साफा पहना और दाढ़ी थोड़ी बढ़ी हुई थी.


यह बात पंचों को नागवार गुजरी, पंचों का कहना था कि मैंने उनके नियमानुसार केसरिया रंग का साफा क्यों नहीं पहना और दाढ़ी क्यों नहीं कटवाई? मुझे विश्वास नहीं हुआ कि इतनी सी बात के लिए हमारे परिवार को समाज से बाहर कर दिया गया. शादी के वक्त ये सभी पंच लोग वहां मौजूद थे. हालांकि उस दौरान किसी ने कुछ नहीं कहा, अब मेरे परिवार से कहा गया है कि हमने 2 महीने में समाज की पंचायत बुलाई है. आगे का फैसला उसमें होगा.


अमृत सुथार ने बताया कि हमारे सुथार समाज के पंचों के द्वारा हमारे पूरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया है इसकी शिकायत मैंने कलेक्टर और एसपी को भी की, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.


आखिर थक हार कर मैंने सोशल मीडिया का सहारा लिया. सोशल मीडिया पर जैसे ही मैंने पोस्ट डाली उसके बाद पुलिस प्रशासन ने इस मामले पर संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि समाज के ऐसे पंचों के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी, चाहे मेरी जान क्यों ना चली जाए. इतनी छोटी सी बात को लेकर समाज के पंच इतना बड़ा फैसला कैसे कर सकते हैं?


पुलिस क्या है कहना?


पाली जिले के बाली पुलिस थाना अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि अमृत सुथार ने अपने सुथार समाज के पंचों के विरुद्ध समाज से बहिष्कृत करने का आरोप लगाते हुए, एफआईआर दर्ज करवाई है. पीड़ित ने बताया कि पंचायत के अनुसार केसरिया साफा की जगह क्रीम कलर का साफा और दाढ़ी नहीं कटवाने को लेकर पूरे समाज को बहिष्कृत कर दिया गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले की जांच जारी है. इस मामले में जब श्री विश्वकर्मा वंश सुथार सेवा संस्थान के अध्यक्ष व सचिव से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया था.


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