(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan Weather: जानिए राजस्थान से कब विदा होगा मानसून, झालावाड़ में दर्ज हुई सबसे ज्यादा बारिश
Rajasthan News: राजस्थान इस साल जमकर बारिश हुई. पश्चिमी राजस्थान में औसत से 59 फीसदी और पूर्वी राजस्थान में औसत 25 फीसदी से अधिक बारिश दर्ज की गई.
Rajasthan Mansoon Report: इस साल राजस्थान में मानसून पूरे वर्ष जमकर बरसा, अब मानसून विदाई की ओर बढ़ रहा है. वैसे तो पूरे राज्य में मानसून मेहरबान रहा लेकिन पूरब की तुलना में पश्चिमी राजस्थान में औसतन आंकड़ों के मुकाबले अधिक बरसात दर्ज की गई. इस बार अभी तक 38 फीसदी से अधिक बारिश हो चुकी है. वहीं पश्चिमी राजस्थान में औसत से 59 फीसदी और पूर्वी राजस्थान में औसत 25 फीसदी से अधिक बारिश अभी तक दर्ज की जा चुकी है. पश्चिमी राजस्थान में पूरे सीजन में औसत बारिश 283.6 मिमी होती है, यहां 447.5 मिमी बारिश हुई है. पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों से मानसून विदा हो चुका है.
मौसम विभाग के निर्देशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि इस सीजन सर्वाधिक बारिश झालावाड़ (Jhalawar) में हुई. यहां 1317.1 मिमी बारिश हुई. वहीं बारां, कोटा, प्रतापगढ़ और सिरोही में भी 1000 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई. जयपुर में 652.4 मिमी बारिश हुई है जबकि पूरे सीजन में औसत 524.3 मिमी बारिश होती है. शर्मा ने बताया कि पिछले 2 से 3 दिन से हो रही बारिश में रविवार से कमी आ गई. अगले तीन चार दिन पूर्वी राजस्थान में केवल कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. उसके बाद से राजस्थान में मानसून विदाई लेने लगेगा.
बारिश का जिलेवार आंकड़ा
राजस्थान मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार झालावाड़ में 884.3 1317.1, झुंझुनूं में 408.8 406.2, करौली में 595.8 580.3, कोटा में 732.2 1150.8, प्रतापगढ़ में 914.2 1126.2 , सवाईमाधोपुर में 661.5 748.1, जोधपुर में 292.6 456.3, अजमेर में 458.3 572.6, अलवर में 545.9 614.7 में औसतन बारिश दर्ज की गई. बांसवाड़ा में 886 997.5, बारां में 832 1048.3, भरतपुर में 543.3 568.6, भीलवाड़ा में 604.5 673.5, बूंदी में 644.4 920.5, चित्तौड़गढ़ में 727.2 780.9, दौसा में 594.5 784.2, धौलपुर में 584.1 696.2, डूंगरपुर में 706.5 829.3, जयपुर में 524.3 652.4 औसतन बारिश दर्ज की गई.
4 से 5 अक्टूबर को विदाई, कड़ाके की सर्दी पड़ेगी
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में 4 से 5 अक्टूबर के बीच मानसून विदाई ले सकता है. अमूमन 14 से 15 सितंबर तक ही मानसून विदाई ले लेता लेकिन पिछले तीन-चार सालों से सितंबर माह के बाद ही मानसून विदाई ले रहा है. प्रदेश से कुछ संभागों में तो मानसुन विदाई ले चुका है. बाकी कुछ जगहों पर मौसम में नमी बनी हुई है. विभाग का कहना है कि इस बार भी अन्य वर्षों के मुकाबले देशभर में कड़ाके की ठंड पड़ेगी.
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