Kota News: मालकिन और लीज होल्डर के विवाद में फसे बच्चे, 10 घंटे तक 25 छात्रों को बनाया गया बंधक
कोटा में मालिक और लीज होल्डर के विवाद में 25 छात्र 10 घंटे तक फंसे रहे. पुलिस के सख्ती दिखाने के बाद हॉस्टल का गेट खुला. बंधक के दौरान बच्चों को ना ही खाना दिया गया और ना ही बाहर जाने दिया गया.
Rajasthan News: कोटा के विज्ञान नगर में एक हॉस्टल संचालक और लीज होल्डर के विवाद में बच्चों को भारी समस्या से गुजरना पड़ा. यदि पुलिस नहीं आती तो समस्या बढ़ती चली जाती. हालांकि फिर भी बच्चों को 10 घंटे तक परेशान होना पड़ा. 25 बच्चे कोटा में 10 घंटे तक बंधक बनाकर रखे गए, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं मिला. इन्हें ना खाना मिला और ना ही बाहर जाने की अनुमति, बाहर से ताला लगा दिया गया, वह गेट से बाहर झांकते रहे. बच्चों को ना तो बाहर जाने दिया गया ना ही उनका टिफिन अंदर आने दिया गया. बच्चे भूख के चलते पूरा दिन परेशान होते रहे. पुलिस भी मौके पर पहुंचे और ताला खुलवाने का प्रयास करती रही लेकिन एक घंटे तक उनकी मौजूदगी में भी गेट नहीं खोला गया. बाद में जब पुलिस ने सख्ती की तो हॉस्टल मालिक ने गेट खोला.
हॉस्टल विवाद बना बंधक बनाने का कारण
यह पूरा मामला हॉस्टल संचालक और लीज पर चलाने वालों के बीच का हैं. जिसमें बच्चों को मोहरा बनाया गया. विज्ञान नगर पुराना थाना रोड पर एक तीन मंजिला प्रॉपर्टी है. यह प्रॉपर्टी अंदबिलब नामक व्यक्ति की है. जो दुबई में रहता है. उसकी पत्नी सिबना इसमें होस्टल चलाती हैं और खुद तलवंडी इलाके में रहती हैं. आफताब के अनुसार उसने लीज पर ये होस्टल लिया लेकिन बाद में सिबना और उसका पति पलट गए. सिबना का आरोप है कि आफताब और उसके साथी इस पर कब्जा करना चाहते हैं. इसी को लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा है. शनिवार सुबह करीब 7 बजे से सिबना ने होस्टल पहुंचकर अंदर से ताला लगा दिया. सुबह जब बच्चे कोचिंग जाने के लिए बाहर आए तो ताला लगा मिला. ये देखकर बच्चों ने ताला खोलने के लिए कहा लेकिन सिबना ने ताला नहीं खोला.
बाल्टी में रखकर खाना ऊपर भिजवाया
छात्रों को बंद किए जाने के बाद छात्रों ने फोन से घर वालों को सूचना दी. उसके बाद परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी. उसके बाद पुलिस पहुंची. ताला नहीं खोलने की वजह से बच्चे ना तो कोचिंग जा सके ना ही उनका खाना उन तक पहुंच सका. बच्चे परेशान होने लगे. जिसके बाद उनमें से कुछ अपने घर वालों को फोन कर जानकारी दी. घरवालों ने कोचिंग और पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची. शुरुआत में जब थाने के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो भी महिला ने दरवाजा नहीं खोला. बच्चे बाहर निकालने की गुहार लगाते रहे. एक घंटे से ज्यादा पुलिस मशक्कत करती रही लेकिन दरवाजा नहीं खुला है ऐसे में पुलिस ने बाल्टी से बच्चों के लिए ऊपर खाना भिजवाया.
पुलिस की सख्ती के बाद ताला खुला
बाद में जब पुलिस उपाधीक्षक और थाने के सीआई मौके पर पहुंचे और उन्होंने सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई की बात कही तब महिला ने दरवाजा खोला और बच्चों को बाहर निकाला जा सका. इससे पहले 25 बच्चे यहां फंसे रहे. बच्चों ने बताया कि इन सबसे अलग अलग किराया लिया हुआ है. सिक्योरिटी मनी भी जमा करवाई गई है अब बच्चे दूसरी जगह शिफ्ट होना चाह रहे हैं. सीआई देवेश भारद्वाज ने बताया कि बच्चों को बाहर निकाल लिया गया है. वह शिकायत देंगे तो उस मामले में भी कार्रवाई की जाएगी.