Kota Accident: कोटा के रानपुरा थाना क्षेत्र स्थित एक तेल फैक्ट्री में टैंक साफ करते समय गैस बनने से दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए. मामला सोमवार (15 मई) कि शाम का है. घायलों को तलवंडी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दोनों शव एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी मेंं रखवाए गए हैं. परिजन अब मुआवजे की मांग कर रहे हैं. हालांकि पुलिस पूरे मामले में जांच की बात कर रही है.


वेस्ट निकालते समय हुआ हादसा
पुलिस उप अधीक्षक मुकेश शर्मा ने बताया कि रानपुर क्षेत्र में शिव एडिबल फैक्ट्री है. इसमें सोयाबीन की गाद (वेस्ट) को टीपी टैंक में भर दिया जाता है. जिसकी  कुछ समय बाद सफाई होती है उसी के तहत सोमवार अपराह्न 4 बजे करीब टीपी टैंक में गाद को निकालने के लिए 5 मजदूर टैंक में उतरे थे, जिसें चूना और अन्य केमिकल का उपयोग किया जाता है, संभवतया उसी से गैस बनी और दो मजदूरों की मौत हो गई.


सुरक्षा के नहीं थे कोई इंतजाम
लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू ने बताया कि वह नरेगा का कार्य देखने गए थे वहां भीड होने पर पता चला कि हादसा हो गया. एमबीएस आकर देखा तो यहां प्रशासन का और फैक्ट्री का कोई व्यक्ति नहीं था. यहां उन लोगों को होना चाहिए और मृतकों के परिजन व घायलों को मुआवजा दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि फैक्ट्री में सुरक्षा के कोई संसाधन नहीं हैं,कोई मास्क उन्हें नहीं दिया गया और ना ही कोई सुरक्षा इक्विपमेंट थे. फैक्ट्री संचालक के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है साथ ही मृतक मजदूर परिवार के व्यक्ति हैं ऐसे में हर संभव मदद होनी चाहिए. वहीं मृतक लोकेश के भाई ने भी मुआवजे की मांग की है.


एक मजदूर की दो वर्ष पूर्व ही हुई थी शादी
हादसे में राम रतन भील और लोकेश बैरवा की मौत हो गई है. जबकि उच्छव सिंह, मुकेश और जीतेन्द्र रैगर अस्पताल में भर्ती हैं. पुलिस ने दोनों शव एमबीएस अस्पताल की मौचरी में रखवाए हैं. मृतक राम रतन के भाई राजू ने बताया कि उसकी दो वर्ष पहले ही शादी हुई है. वह पूरे परिवार का खर्च भी वहीं चलाता था. उसके 6 माह की एक छोटी बच्ची है, ऐसे में उन्होंने 10 से 12 लाख मुआवजे की मांग की है.


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