Rajasthan News: कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान, बोले- 'अब किसान के लिए 6 हजार रुपए...'
Kota: कोटा के दशहरा मैदान में आयोजित कृषि महोत्सव (Agriculture Festival) में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने किसानों को सम्बोधित किया.
Kota Agriculture Festival: राजस्थान के कोटा के दशहरा मैदान में आयोजित दो दिनों का कृषि महोत्सव (Agriculture Festival) बुधवार को खत्म हो गया. इस महोत्सव में किसानों की आय बढ़ाने के ढेरो संसाधन देखने को मिले. किसानों ने यहां नए कृषि संसाधन देखे तो वहीं नई तकनीक को जाना और सीखा. इसके साथ ही उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई. इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने भी यहां किसानों को सम्बोधित किया. उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों और युवाओं ने कृषि के क्षेत्र में अनेक नए आविष्कार किए हैं. इन आविष्कारों को हमें प्रयोगशाला से खेत पर लाना होगा.
कृषि मंत्री ने कहा 'किसान नई तकनीक अपनाएगा तब ही कृषि के क्षेत्र में क्रांति आएगी. हमारी कृषि उन्नत कृषि में बदलेगी तो ही किसान समृद्ध होगा. उन्होंने कहा कोटा में आयोजित हुए इस कृषि महोत्सव से किसान के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा. पहले कहा जाता था कि जिस किसान के पास जमीन है, वो समृद्ध है. लेकिन आज की बदलती परिस्थितियों में वो किसान समृद्ध है जिसके पास ज्ञान है. हम चाहते हैं कि इस आयोजन से नई तकनीक सीखकर और नवीन जानकारी प्राप्त करके प्रत्येक किसान प्रगतिशील बने.'
अब 6 हजार चलता है तो पूरा पहुंचता है- नरेंद्र सिंह तोमर
तोमर ने कहा '2014 में सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार गांव, गरीब और किसानों के लिए काम करेगी. पिछले आठ सालों में उन्होंने ये करके भी दिखाया है. मोदी सरकार ने अनेक ऐसे बदलाव किए हैं जो गरीब और किसान की उन्नति के लिए हैं. पहले दिल्ली से 100 रूपये चलते थे तो 15 रूपये ही गांव तक पहुंचते थे. अब पीएम मोदी जब बटन दबाते हैं तो किसान सम्मान निधि का 6000 रूपये दिल्ली से चलता है और कुछ ही देर में पूरा का पूरा उसके खाते में पहुंचता है.'
हाड़ौती से होगी बदलाव की शुरूआत
वहीं कृषि महोत्सव को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत की ताकत यहां के किसान हैं. देश में जब भी कोई बड़ा बदलाव आया है वह किसानों के कारण ही हुआ है. आज जब हम देश में एक नए अर्थ तंत्र की स्थापना के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं, तो हमें कृषि क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाना होगा. हम चाहते हैं कि हाड़ौती का किसान इस बदलाव की शुरूआत करते हुए एक नया इतिहास रचे. उन्होंने कहा कि इस दो दिवसीय मेले के दौरान किसानों को बहुत कुछ जानने और सीखने का मौका मिला है. अब इसे हम खेतों में उतरते हुए देखना चाहते हैं. हम चाहते हैं की युवा पीढ़ी नया परिवर्तन लाएं. वो नवाचारों और तकनीक के बल पर कृषि की लागत को कम करते हुए अधिक मुनाफा प्राप्त करें.
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे से आएगी समृद्धि
स्पीकर बिरला ने कहा कि आने वाला समय हाड़ौती के किसानों का है. यहां से गुजरने वाले दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे से वो दिल्ली, मुंबई, ग्वालियर, सूरत, वडोदरा जैसे अनेक बड़े शहरों से सीधे जुड़ जाएंगे. चंद घंटों में उनका उत्पादन इन महानगरों तक पहुंच सकेगा. महानगरों में सब्जी, दूध की बहुत मांग है. जिसका सीधा लाभ हाड़ौती के किसानों को मिलगा.