Kota News: पूरे देश में कोचिंग सिटी के नाम से पहचाने वाले कोटा (Kota) को पर्यटन नगरी में तब्दील करने के लिए सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट चंबल रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट (Chambal River Front Project) का काम जोरों पर चल रहा है.  इस रिवर फ्रंट को फर्स्ट फेज में 1000 करोड़ रुपए की लागत से कोटा बैराज से नयापुरा चंबल ब्रिज तक नदी के दोनों और किनारों पर रिवर फ्रंट डेवलप किया जा रहा है. फर्स्ट फेज में चंबल नदी के दोनों किनारों पर 6 किलोमीटर का एरिया तैयार हो रहा है जो मार्च तक पूरा होना था.  अब  इसे इसी साल दिसंबर माह तक पूरा किया जाने का लक्ष्य रखा गया है.

 

न्यूयार्क  के हडसन रिवर फ्रंट से बड़ा होगा चंबल रिवर फ्रंट

सरकार के यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने इस प्रोजेक्ट को दूसरे चरण में भी डिवेलप करने की डीपीआर सरकार के पास भेजी है जो स्वीकार कर ली गई है. दूसरे फेज में चंबल के नयापुरा ब्रिज से लेकर रेलवे ब्रिज तक नदी के दोनों किनारों पर 19 किलोमीटर की लंबाई रिवर फंड की हो जाएगी. ऐसा माना जा रहा है कि न्यूयॉर्क के हडसन का रिवर फ्रंट से भी बड़ा यह हेरिटेज चंबल रिवर फ्रंट होगा.




कोटा यूआईटी ने भेजे सरकार के पास प्रस्ताव
कोटा यूआईटी ने सेकंड फेज का प्रस्ताव राजस्थान सरकार को भेज दिया है. जिसे राजस्थान सरकार ने स्वीकार कर डीपीआर के लिए दो करोड़ का बजट भी पास कर दिया गया है. बजट पास होने के बाद इसी वर्ष के सितंबर अक्टूबर माह में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी, ऐसा माना जा रहा है कि डीपीआर तैयार होने के बाद फर्स्ट फेज में चल रहे कार्यों की समाप्ति के बाद ही सेकंड फेज में यह कार्य शुरू कर दिए जाएंगे. अधिकारियों की मानें तो सेकंड फेज के कार्य को करीब 2 साल से अधिक का भी वक्त लग सकता है. दूसरे फेज में भी 1 हजार करोड़ से अधिक के बजट का प्रावधान रखा गया है. 

साबरमती रिवर फ्रंट के बराबर हो जाएगा चंबल रिवर फ्रंट
यूआईटी के सचिव राजेश जोशी ने बताया कि कोटा चंबल रिवर फ्रंट के फर्स्ट फेज में पूरा कार्य सीमेंट, कंक्रीट, लोहे व पत्थर से हुआ है. हेरिटेज लुक देने के लिए इसमें कई प्रकार के स्ट्रक्चर खड़े किए गए हैं ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को अच्छा महसूस हो वह रिवर फ्रंट की तारीफ पूरे देश भर में करें. चंबल के घाट पर बने इस रिवर फ्रंट पर कई तरीके की इमारत भी बनाई गई है जिसमें अधिकांश एरिया हरियाली बाग, ग्रीन थीम पर बनाया गया है. सचिव राजेश जोशी ने बताया कि दोनों फेज मिलाकर लंबाई 19 किलोमीटर होने पर यह साबरमती रिवर फ्रंट के बराबर व न्यूयॉर्क के हडसन रिवर फ्रंट से बड़ा हो जाएगा. साबरमती के फर्स्ट फेज की लंबाई 11 किलोमीटर है. सेकंड फेज का काम चल रहा है. हडसन रिवर फ्रंट के दोनों छोर की लंबाई 12 किलोमीटर है. जबकि कोटा के रिवर फ्रंट की फर्स्ट फेज की लंबाई 6 किलोमीटर है जबकि दूसरे फेज की लंबाई 19 किलोमीटर हो जाएगी जो कि सबसे बड़ी है. 

चंबल रिवर फ्रंट में यह होंगे मुख्य आकर्षण का केंद्र
फर्स्ट फेज में चंबल रिवर फ्रंट का प्रोजेक्ट देश में नहीं बल्कि दुनिया भर में एक नई और अलग पहचान देगा.  इस रिवर फ्रंट में मनोरंजन ज्ञान संस्कृति अध्यात्म के साथ-साथ दुनिया के अलग-अलग देशों की झलक देखने को मिलेगी. चंबल नदी को कोटा में देवी का दर्जा दिया जाता है और उसका ध्यान में रखते हुए यहां विशाल चंबल माता की प्रतिमा भी बनने जा रही है जिसमें 20 मीटर पिस्टल व 40 मीटर ऊंची चंबल माता की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. रिवर फ्रंट के घाट पर कई मशाले लगाई जाएगी जिसका प्रतिबिम्ब नदी में दिखाई देगा.

 

विश्व के पर्यटन स्थलों के लिए उनके खानपान की व्यवस्था के साथ अनेक देशों की वास्तुकला को एक रूप में प्रसारित किया जाएगा. यहां अलग-अलग घाटों का निर्माण हो रहा है. यही नहीं भारतीय जीवन शैली के योग अध्यात्म को ध्यान की शिक्षाओं से जोड़ने के लिए आध्यात्मिक घाटों का निर्माण किया जा चुका है. मुख्य आकर्षण भगवत गीता पर आधारित कई निर्मित प्रतिबिम्ब रिवर फ्रंट पर दिखाई देगी. फ्रंट पर राजस्थान के विरासत की झलक देखने को मिलेगी जिसमे ऊंट, घोड़े सवारी आनंद लेते हुए के प्रकार के वास्तु कला यह नजर आएंगे. यहां एक साहित्य घाट भी बनाया जा रहा है जिसमें कवि तुलसीदास, सूरदास, कालिदास, कबीर, मुंशी प्रेमचंद, महादेवी वर्मा की आकृतियां भी दिखाई देगी. 

रिवर फ्रंट तक पहुंचने के लिए शहर को बनाया जा रहा है हेरिटेज सिटी
कोचिंग सिटी कोटा जल्द ही हेरिटेज सिटी के लुक में नजर आएगी. चंबल  रिवर फ्रंट के साथ-साथ शहर के कई चौराहे को हेरिटेज लुक में बनाया जा रहा है. चंबल ब्रिज से नयापुरा चौराहे तक पूरे क्षेत्र को नया बनाने के लिए आसपास के क्षेत्र में जितने भी बिल्डिंग है उनका फ्रंट हेरिटेज लुक में बनाया गया है. इस प्रोजेक्ट को 20 करोड़ में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर न्यास कोटा द्वारा पूरा करने का काम किया जा रहा है. करीब 90% काम पूरा हो चुका है. चंबल रिवर फ्रंट तक पहुंचने के लिए मार्गो को भी हेरिटेज लुक दिया गया है.