Rajasthan News: सोशल मीडिया पर नए-नए तरीके से पैसे हड़पने का खेल चल रहा है. कभी युवा पीढ़ी को तो कभी अनजान से जान पहचान कर पैसे हड़प लिए जाते हैं. इस बार ठगों ने एक बुजुर्ग को अपने जाल में फंसाया लिया है. जालसाज ने पहले तो बुजुर्ग को एक लड़की की आपत्तिजनक फोटो दिखाई. बाद में एडिट कर एक लिंक भेजा, जिसमें बुजुर्ग को बदनाम करने और वीडियो में अश्लील दिखाई गई. महिला द्वारा बुजुर्ग के कारण आत्महत्या किए जाने सहित कई तरह से सामाजिक दबाव का हवाला देते हुए 15 लाख रुपए हड़प लिए.

 

जानिए ठगी का कैसे चला ये खेल

जिला पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि 4 फरवरी 2023 को थाना महावीर नगर, कोटा शहर निवासी सिनीयर सिटीजन 70 वर्षीय एक बुजुर्ग ने साइबर पुलिस थाना कोटा शहर पर एक रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट में बुजुर्ग ने कहा कि उसके व्हाट्सएप नम्बर पर एक अज्ञात वीडियो कॉल आया जिसे उसके द्वारा रिसीव करने के उपरान्त वीडियो कॉल पर एक लड़की की अश्लील पिक्चर दिखाई दी.  जिसे फरियादी द्वारा अल्प समय के वीडियो कॉल के उपरान्त कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया. उसके उपरान्त 11 जनवरी 2023 को एक राहुल शर्मा नामक काल्पनिक नाम के व्यक्ति ने फरियादी के व्हाट्सएप नम्बर पर एक शॉट वीडियो भेजी. इसके बाद उसने व्हाट्सएप कॉल कर कहा कि मैं यूट्यूब केयर से बोल रहा हूं. आपकी फोटो वायरल हो रही है, यदि आपने यह वीडियो नहीं हटवाया तो आपके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी. जिस पर फरियादी से वीडियो हटाने के बहाने पहली बार 25,000 रुपए हड़प लिए.

 

लडकी के आत्महत्या की फेक वीडियो भी दिखाई

उसके उपरान्त अन्य व्यक्तियों ने अलग-अलग नंबरों से स्पेशल पुलिस अधिकारी बनकर उस बुजुर्ग से बात करता रहा.  उसने वायरल हो रहे वीडियो में दिख रही लड़की के आत्महत्या का प्रयास की फेक पिक्चर व्हाट्सएप पर भेज कर ,अलग-अलग बैंक खातों में धोखाधड़ी पूर्वक डरा धमका कर सामाजिक बदनामी करने का दबाव बनाकर 1499800 रुपए ले लिए. इस शिकायत पर साइबर पुलिस थाना जिला कोटा शहर पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रभारी साइबर पुलिस थाना कोटा शहर  कालू राम वर्मा उप अधीक्षक पुलिस द्वारा प्रारम्भ किया गया.

 

जिस खाते में पैसा मंगवाया जाता वह ऑनलाइन खुलवाए

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि बुजुर्ग को ब्लैकमेल करने वाला व्यक्ति जिस बैंक अकाउंट में पैसे जमा करवाए करता था वह सारा अकाउंट ऑनलाइन खुलवाया गया था.  किसी भी बैंक खाते का फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं हुआ था. आरोपियों की बैंक ट्रांजेक्शन हिस्ट्री चेक की गई तो ज्ञात हुआ कि बैंक अकाउंट में पैसे डलने के उपरान्त कुछ ही समय में आरोपियों द्वारा एटीएम मशीन एवं पोस मशीनों के मार्फत पैसों की निकासी की जा रही है.

 

तीन राज्यों की नजदीक सीमा से निकाला जा रहा था पैसा

एटीएम मशीन एवं पोस मशीनों के सम्बन्ध जानकारी प्राप्त की गई तो यह सभी एटीएम मशीन एवं पोस मशीन राजस्थान, उ०प्र० एवं हरियाणा राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थापित होने की जानकारी मिली. फरियादी के मोबाइल नम्बर पर व्हाट्सएप कॉल एवं वीडियो भेजे गए के सम्बन्ध तकनीकी अनुसंधान किया तो पता चला कि व्हाट्सएप कॉल एवं वीडियो भेजने वाले वांछित आरोपी की लोकेशन थाना कामां जिला भरतपुर होना पाया गया. 

 

तकनीकी अनुसंधान से वांछित आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर प्रवीण जैन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं साइबर पुलिस थाना प्रभारी के निर्देशन में एक विशेष टीम वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी एवं आसूचना संकलन के लिए जिला भरतपुर एवं संभावित क्षेत्रों में भेजी गई. टीम द्वारा जिला अलवर, भरतपुर हरियाणा के नूंह एवं उ०प्र० के मथुरा क्षेत्र में करीब एक सप्ताह कैंप कर साइबर ठगी करने वाली गैंग का पता लगाया.  इसके साथ ही साइबर ठगी गैंग के एक सदस्य कयूम पुत्र नूर मोहम्मद निवासी बगीची, सुनेहरा थाना कामां जिला भरतपुर को गिरफ्तार किया गया.