Rajasthan Caste Reservation: राजस्थान (Rajasthan) में फिर से आरक्षण की आग सुलगने लगी है. राजस्थान में कुशवाहा, माली, सैनी, मौर्य जातियां 12 फीसदी आरक्षण की मांग कर रही है. आरक्षण को लेकर कुशवाहा, माली (फुले) आरक्षण संघर्ष समिति की धौलपुर में हुई महापंचायत हुई. इसमें आंदोलन के तहत 12 सितंबर से रेल रोको आंदोलन की चेतावनी दी थी. साथ ही निर्णय लिया गया कि भरतपुर के उच्चैन थाना क्षेत्र के गांव सहना में 12 सितंबर से अंदोलन किया जायेगा.
आज 7 सितंबर बुधवार को कुशवाहा, माली, सैनी और मौर्य जातियों के राजस्थान के 31 प्रतिनिधि मण्डल के साथ संभागीय आयुक्त कार्यालय में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा वार्ता कर समझाया गया. वार्ता में राजस्थान से आये 31 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल के साथ वार्ता करने के लिए संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, आईजी पुलिस गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर आलोक रंजन, एसपी श्याम सिंह, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने समाज के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत कर आंदोलन को स्थगित करने की अपील की.
क्या कहना है आरक्षण संघर्ष समिति के सहसंयोजक का?
इस मौके पर आरक्षण संघर्ष समिति के सहसंयोजक वासुदेव प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि आज 7 सितंबर बुधवार को प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया. उन्होंने कहा कि हमारी 31 लोगों की टीम वार्ता के लिए यहां आयी. वैसे 12 सितंबर से आंदोलन को लेकर हम सभी तैयारियां कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में पूरे प्रदेश से हमारे लोग आयेंगे. उन्होंने कहा कि हमने 12 जून को भी आंदोलन किया था. हाईवे पर जाम लगाया था लेकिन हमें आश्वासन दिया गया था कि 1 महीने के अंदर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे. हम जानना चाहते थे कि हमारी आरक्षण की मांग वाली फाइल का क्या हुआ.
वासुदेव प्रसाद कुशवाहा ने आगे कहा कि हमने बीच में कई बार लिखित में भी दिया लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा टाइम नहीं दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि हमारे द्वारा किये गए आंदोलन और चक्का जाम का कोई असर नहीं हुआ इसलिए धौलपुर में महापंचायत कर 12 सितंबर से रेल रोकने की घोषणा की गई. उन्होंने कहा कि आज 7 सितंबर बुधवार को प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया. वार्ता हुई है अगर 11 तारीख से पहले हमारी वार्ता मुख्यमंत्री या जिम्मेदार प्रशासनिक सचिव के साथ कराई जाये नहीं तो हमने आंदोलन की पूरी तैयारी कर ली है.
क्या कहना है प्रशासन काय़
संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने बताया कि 12 सितंबर से आंदोलन की चेतावनी दी गई है. उसके सन्दर्भ में इन्हें वार्ता के लिए बुलाया गया और समझाया गया. उन्होंने कहा कि सकारात्मक वार्ता अभी जारी की जा रही है. इसके साथ उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि मंडल की लिस्ट दी जा रही है और आज 7 सितंबर बुधवार को इन लोगों से सार्थक वार्ता हुई.
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