राजस्थान में भ्रष्टाचार का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. जयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक लेडी ड्रग इंस्पेक्टर को पांच हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया तो लेडी इंस्पेक्टर ने एसीबी टीम के सामने अपनी सफाई पेश की.
लेडी इंस्पेक्टर ने कहा ''यह रुपए में ले रही हूं यह अकेले मेरे लिए नहीं है ऊपर तक देना पड़ता है. नहीं देने पर ऊपर वाले कहते हैं कि बीकानेर ट्रांसफर कर देंगे.'' ऐसा सुनते ही एसीबी टीम भी चौंक गई. इंस्पेक्टर सिद्धि कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. एसीबी की टीम घर व अन्य ठिकानों पर जांच कर रही हैं. ड्रग इंस्पेक्टर सिद्धि कुमारी पर 500 मेडिकल स्टोर के निरीक्षण की जिम्मेदारी है.
जयपुर एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक बी.एल.सोनी ने बताया कि एसीबी की विशेष टीम को एक परिवादी ने शिकायत दी कि उसके मेडिकल स्टोर पर किये गये निरीक्षण की रिपोर्ट में कोई कमी नहीं निकालने की एवज में ड्रग इंस्पेक्टर की ओर से 10 हजार रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह शेखावत की टीम द्वारा ड्रग इंस्पेक्टर को 5000 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया. परिवादी मेडिकल स्टोर के मालिक से रिश्वत के रुपए लेने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर सिद्धि कुमारी रेस्टोरेंट्स पहुंची और एसीबी के हत्थे चढ़ गई.
जयपुर के मेडिकल कारोबार बाजार सेठी कॉलोनी का भी जिम्मा लेडी ड्रग्स इंस्पेक्टर को दिया गया है. एसीबी महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी.
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