Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Legislative Assembly) में बृहस्पतिवार को विपक्षी विधायकों (opposition legislators) के भारी हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल (Parliamentary Affairs Minister Shanti Dhariwal) ने सदन में बुधवार रात को पुलिस विभाग (Police Department) की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान दिये गये अपने बयान पर माफी मांगी और कहा कि ''उनकी जुबान फिसल'' गई थी.
विपक्ष ने किया हंगामा
राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि मंत्री का बयान बेहद आपत्तिजनक है और जनता का अपमान है. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने उनसे प्रश्नकाल में एक मामला नहीं उठाने को कहा, लेकिन विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा. कटारिया ने कहा कि धारीवाल का बयान देश के लिये लड़ने वालों का अपमान है.
संसदीय कार्य मंत्री ने मांगी माफी
शांति धारीवाल ने कहा कि ''यह महिलाओं, जनता और बहादुर पुरुषों का अपमान है. हंगामे के बीच धारीवाल ने कहा कि पुलिस विभाग की अनुदान मांगों के लिए बहस के जवाब के दौरान उनके मुंह से कुछ अपशब्द निकले और जैसे ही उन्हें इस बात का अहसास हुआ उन्होंने पीठासीन अधिकारी से शब्दों को हटाने का अनुरोध किया. बहस का जवाब देते समय मेरी जुबान फिसल गई थी इसके लिये मैं खेद प्रकट करता हूं.मैं मरू प्रदेश के लिये कुछ कहना चाहता था. मैं व्यक्तिगत रूप से महिलाओं का सम्मान करता हूं और आगे भी करता रहूंगा. अगर मेरी टिप्पणियों से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं.''
इस दौरान विपक्षी बीजेपी के सदस्य सदन में प्रदर्शन करते रहे. उन्होंने धारीवाल के खिलाफ नारेबाजी की और उनके इस्तीफे की मांग की.
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