Rajasthan Health News: राजस्थान के जयपुर में रोबोट के उपयोग से डॉक्टरों ने घुटने और हिप को बदला है. इसे लाइव दिखाया गया है. दरअसल, इस कॉन्फ्रेंस में देश और दुनिया के बड़ी संख्या में हड्डी रोग विशेषज्ञ मौजूद रहे. इसमें सभी डॉक्टर्स ने हड्डी से जुडी बिमारियों के प्रति जागरूक किया है. इसके साथ ही साथ यहां पर बड़ी संख्या में जुटे देश भर के हड्डी विशेषज्ञों ने यह बात बता दी कि नए अविष्कारों के माध्यम से कैसे लोगों को आराम देना है और उन्हें बचाना है.
जयपुर एसएमएस अस्पताल के हड्डी विभाग के डॉक्टर्स ने अपनी कई उपलब्धियों को दिखाई है. दरअसल, पिछले कुछ वर्षो में राजस्थान में हड्डी जनित बीमारियों का ग्राफ बढ़ा है. यहां पर हड्डी रोग के मरीज बढ़े हैं. ऐसे में यहां के डॉक्टर्स के लिए हड्डी की बीमारियों को कम करना और उसपर लगाम लगाने के लिए ये सारे नए प्रयोग किये जा रहे हैं.
तीन दिसवीय कांफ्रेस में हुई बड़ी तैयारी
इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के सेंट्रल जोन की वार्षिक कांफ्रेंस जयपुर में तीन दिन तक चली. अस्थि रोग विशेषज्ञ और एसएमएस में सहायक आचार्य मुकेश असवाल ने बताया कि इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा हर साल ऑर्थोपेडिक क्षेत्र में हो रहे नवीनतम तकनीकी विकास के बारे में जानने और समझने के लिए वार्षिक कांफ्रेंस आयोजित की जाती है.
इस वर्ष की काउंसिल डॉक्टर रमेश चंद्र बंशीवाल प्रेसिडेंट सेंट्रल जान इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के नेतृत्व में की गई है. इसमें राजस्थान के डॉक्टर्स के साथ ही साथ अन्य प्रदेशों के हड्डी रोग एक्सपर्ट ने आने वाली चुनौती से लड़ने की बात कही है. उसके लिए पूरा प्लान भी बनाया गया है.
दुनिया के 500 डॉक्टर्स ने लिया भाग
इस कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश के लगभग 500 से अधिक अस्थि रोग विशेषज्ञ एकत्रित हुए. कॉन्फ्रेंस के आयोजन सचिव डॉक्टर अरुण कुमार शर्मा ने बताया कॉन्फ्रेंस की थीम 'रिड्यूस पेशेंट सफरिंग बाई एवॉइडिंग कॉम्प्लिकेशंस' थी. जिससे भविष्य में मरीजों को बहुत लाभ मिलेगा. इसपर काम किया गया है.
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