Lok Sabha Election: सियासी राजघरानों का गढ़ हैं राजस्थान की ये दो लोकसभा सीटें, जानें इस बार क्या हैं समीकरण?
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान की दो लोकसभा सीटों पर सिर्फ एक ही परिवार का कब्जा रहा है. पांच बार से अधिक बार सांसद रहने के बाद एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरे हैं.
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान की राजनीति में कई सीटों पर परिवार का दबदबा बना हुआ है. विधानसभा चुनाव में कई नेताओं के बेटे या परिवार के लोग चुनाव जीतकर आते हैं. यहां पिछले 25 सालों से सिर्फ मां-बेटे या पिता-बेटे ही सांसद बन रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि इनकी जीत भी बड़े वोटों के अंतर से होती है.
वहीं इस बार यहां एक सीट से तो बीजेपी ने टिकट काट दिया तो कांग्रेस ने दे दिया है, लेकिन वहां पर घमासान मचा हुआ है. ये सीटें झालावाड़-बारां और चूरू हैं. यहां लोकसभा सीट पर एक ही परिवार का पिछले कई सालों से कब्जा है. जबकि, विधानसभा के चुनाव में बड़ा उलटफेर हो जाता है. चूरू लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का दबदबा बना हुआ है. वहीं बारां-झालावाड़ लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा चुनाव में बीजेपी मजबूत है.
क्या हैं बारां-झालावाड़ का समीकरण ?
झालावाड़ लोकसभा सीट से 1989 में बीजेपी के टिकट पर वसुंधरा राजे ने लोकसभा का चुनाव लड़ा और लगातार मुख्यमंत्री बनने तक यहीं से सांसद बनी रहीं. इस दौरान वे केंद्र में मंत्री भी बनाई गई. पांच बार झालावाड़ से सांसद रहीं. उसके बाद से उनके बेटे दुष्यंत 2004 से लगातार बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट से चुनाव जीत रहे हैं. अब पांचवीं बार उन्हें बीजेपी ने लोकसभा का टिकट दे दिया है. आंकड़ों के अनुसार पिछला चुनाव दुष्यंत ने यहां से चार लाख से अधिक वोटों से चुनाव जीत लिया था.
क्या है चूरू की कहानी ?
वहीं अगर चूरू लोकसभा सीट की बात करें तो यहां 1999 से 2009 तक लगातार राम सिंह कस्वां बीजेपी से सांसद रहे. इसके बाद साल 2014 और 2019 में उनके बेटे राहुल कस्वां को बीजेपी ने टिकट दिया. दोनों बार राहुल कस्वां की लाखों वोटों से जीत हुई. वहां पर विरोध को देखते हुए बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया. लेकिन, कांग्रेस ने राहुल को टिकट दे दिया है. ये सीट इस परिवार और बीजेपी का गढ़ मानी जाती थी, लेकिन इस बार बीजेपी ने यहां एक नए चेहरे पैरालम्पिक खिलाड़ी देवेंद्र झाझड़िया को टिकट दे दिया है.
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