Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार 25 अप्रैल की शाम को थम गया. प्रदेश के कई लोकसभा सीटों पर एक के बाद एक कई दिग्गज नेताओं ने अंतिम दौर में अपनी पार्टी के पक्ष में सभाएं कर प्रचार किया.
प्रचार के अंतिम दिन भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. प्रचार के अंतिम दिन पार्टी के लगभग सभी दिग्गज नेताओं ने एक के बाद एक सभा और रोड शो किए. अलग अलग नेताओं को बुलाकर हर जाति वर्ग को साधने की कोशिश की गई.
सीपी जोशी चित्तौड़गढ़ सीट से बीजेपी प्रत्याशी हैं. माना जा रहा है यह सब पार्टी की शाख बचाने के लिए किया. इन सबके बीच हैरानी वाली बात ये रही कि प्रचार के आखिरी 3 दिन कांग्रेस का कोई बड़ा नेता यहां नहीं आया, इसकी वजह यह है कि कांग्रेस ने वागड़ में पूरी ताकत झोंक दी है.
चित्तौड़गढ़ में बीजेपी की शाख दांव पर?
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी हैं, वह यहां से लगातार तीसरी जीत दर्ज करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इनके सामने किसानों का चेहरा कहे जाने वाले पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना मैदान में है. चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी को शाख दांव पर है, क्योंकि इस सीट पर खुद केंद्र और राज्य में सत्तासीन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चुनावी मैदान में हैं.
सीपी जोशी के लिए इन्होंने किया रोड शो और सभा
विधानसभा चुनाव के अनुसार, इस सीट पर बीजेपी पलड़ा भारी नजर है, लेकिन फिर भी बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ रही है. पिछले तीन दिन में यहां मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा, विधायक बालकनाथ, विधायक बालमुकुंदाचार्य सहित बोर्ड के अध्यक्ष, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सहित करीब 10 प्रचारक इस लोकसभा में रहे और रोड शो- सभाएं कर सीपी जोशी के समर्थन में वोट मांगा.
कांग्रेस का प्रचार के अंतिम दिन वागड़ में शक्ति प्रदर्शन
भारतीय जनता पार्टी ने मेवाड़ में चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट पर अपना दम दिखाया तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने अंतिम दिन वागड़ में शक्ति प्रदर्शन किया. वागड़ बांसवाड़ा लोकसभा सीट में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पार्टी प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सभा की. यहां सभा इंडिया गठबंधन में शामिल हुए भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत के समर्थन में थी.
हालांकि इससे पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व सीएम अशोक गहलोत चित्तौड़गढ़ में सभा कर चुके हैं. अब सभी जगह डोर टू डोर प्रचार करेंगे. यहां कांग्रेस की शाख दांव पर है, क्योंकि कार्यकर्ता और पदाधिकारियों की नारजगी के बावजूद पार्टी ने भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन किया किया है.
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