Barmer Jaisalmer Lok Sabha Election 2024:  राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से बाड़मेर जैसलमेर शुमार हॉट सीट में हो रहा है. कांग्रेस और बीजेपी के अलावा यहां से एक निर्दलीय प्रत्याशी के उतरने से मुकाबला रोचक हो गया है. लोकसभा चुनाव के वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, यहां का सियासी पारा बढ़ रहा है.


इसी बीच मारवाड़ के कद्दावर किसान नेता और गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हेमाराम चौधरी ने बीजेपी प्रत्याशी की जगह निर्दलीय प्रत्याशी पर जमकर हमला जुबानी हमला बोला. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हेमाराम चौधरी को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का करीबी माना जाता है. 


निर्दलीय प्रत्याशी के लेकर क्या कहा?
हेमाराम चौधरी ने बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी की तुलना बेलगाम पागल ऊंट से करके नया विवाद खड़ा कर दिया है. बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल के समर्थन में प्रचार के दौरान पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने सभा को संबोधित करने पहुंचे थे. 


इस दौरान उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी को लेकर कहा "खिज्योडो ऊंट अर बो भी बिना मोरी को" यानि बेलगाम पागल ऊंट बताया. हेमाराम चौधरी ने कहा कि रविंद्र सिंह भाटी को जब किसी पार्टी ने टिकट नहीं दिया, तो वह निर्दलीय खड़े हो गए. उन्हें रीति में कोई विश्वास नहीं है. उनका मकसद सिर्फ विधायक बनना था और उससे भी संतोष नहीं मिला तो अब उनका मकसद सांसद बनने का है.


'अकेले कैसे तोड़ सकते हैं तारे'
इस मौके पर पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा, "रविंद्र सिंह भाटी कहते हैं कि हम ऐसे ऐसे काम करेंगे. आसमान से तारे तोड़ लेंगे लेकिन मैं कहना चाहता हूं, अकेले कैसे तारे तोड़ सकते हैं. पार्टी की मजबूती से ही सब काम होते हैं." लोकसभा चुनाव को लेकर हेमाराम चौधरी ने कहा कि हम सभी को मजबूत रहना है और  कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाना है.


बाड़मेर में मुकाबला हुआ त्रिकोणीय
बता दें, बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से बीजेपी ने सांसद कैलाश चौधरी पर विश्वास जताते हुए दूसरी बार उन्हें मैदान में उतारा है. वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए उम्मेदाराम बेनीवाल को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है.


बीजेपी कांग्रेस के बीच निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रविंद्र सिंह भाटी चुनावी रण में उतर चुके हैं. जिसके चलते बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.


कांग्रेस नेता का बयान सोशल मीडिया पर वायरल
पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी के बयान के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इसमें एक में वह निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी पर निशाना साधते हुए नजर आ रहे हैं. "बेलगाम पागल ऊंट" और "महलों में रहने वाली महारानियों को लोगों के सामने लाकर सड़कों पर हाथ जुड़वाने का काम कांग्रेस ने किया है," इन दो बयानों से प्रदेश की सियासत गरमा गई है.


सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हेमाराम चौधरी ने रविंद्र सिंह भाटी को "खिज्योडो ऊंट अर बो भी बिना मोरी को" यानि बेलगाम पागल ऊंट बताया है. इसमें उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है कि रविंद्र सिंह भाटी को जब किसी पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो वो निर्दलीय खड़े हो गए.


हेमाराम चौधरी ने कहा कि उन्हें रीति नीति में कोई विश्वास नहीं है. उनका मकसद सिर्फ विधायक बनना था. इससे भी संतोष नहीं मिला तो अब सांसद बनना उनका मकसद है. उन्होंने कहा कि रविंद्र सिंह भाटी कहते हैं कि हम ऐसे-ऐसे काम करेंगे और आसमान से तारे तोड़ लेंगे, लेकिन में कहना चाहता हूं अकेले कैसे तारे तोड़ सकते हैं. पार्टी की मजबूती से ही सब काम होते हैं. 


राज परिवार पर साधा निशाना
दूसरी वायरल वीडियो में पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी राज परिवार को लेकर बोलते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस ने क्या किया है? इस सवाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "जो महारानियां पर्दे में महलों में रहती थीं. उनको बाहर लाकर लोगों के सामने सड़को पर हाथ जुड़वा दिया." यह काम कांग्रेस ने किया.


हेमाराम चौधरी ने कहा कि जोधपुर की महारानी और जयपुर की महारानी ने भी चुनाव लड़े थे. उन्होंने लोगों के सामने हाथ जोड़े थे. यह काम कांग्रेस ने किया है. उन्होंने कहा कि लोगों के सामने हाथ जुड़वाने का काम किसी ने किया है तो वह सिर्फ कांग्रेस ने किया है.


विवाद बढ़ता देख हेमाराम ने मांगी ने माफी
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने चुनाव प्रचार के दौरान राजपूत समाज को लेकर दिए गए बयान पर विरोध को देखते हुए उन्होंने अपना वीडियो संदेश जारी कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी ली है. 


उन्होंने कहा कि मैं ने प्रचार के दौरान ऐसे शब्दों का उपयोग किया, जिससे समाज के लोगों को बुरा लगा. मैंने भी सोचा कि मैंने ऐसे कैसे बोल दिया. हेमाराम   चौधरी ने कहा, "मेरा ऐसा कोई भी उद्देश्य नहीं था जिससे किसी समाज को आघात पहुंचे, इसलिए मैं सभी से माफी मांगता हूं."


विधासभा चुनाव लड़ने से किया था इंकार
पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी का शुमार राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के करीबी नेताओं में होता है. हेमाराम चौधरी प्रदेश की पूर्व गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे थे. साल 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें पार्टी और समर्थक चुनाव लड़वाना चाहते थे. हालांकि उन्होंने साफ इंकार कर दिया.


समर्थकों ने हेमाराम चौधरी के सामने रो-रो कर अपनी पगड़ी भी रख दी थी, लेकिन हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया. हेमाराम चौधरी ने 8 बार विधानसभा चुनाव लड़ा. इस दौरान 6 चुनाव में उन्हें बड़ी जीत मिली. वहीं दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.


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