Rajasthan Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही राजस्थान में सियासी दलों ने प्रचार प्रसार तेज कर दिया है. साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज किया था. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दावा किया कि इस बार भी बीजेपी राजस्थान की सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी.


भरतपुर लोकसभा सीट का शुमार पूर्वी राजस्थान की सबसे हॉट सीटों में होता है. लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. भरतपुर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का गृह जिला है. इसलिए भरतपुर लोकसभा सीट का शुमार हॉट सीटों में किया जाता है. भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में जाट समुदाय के मतदाता सबसे अधिक हैं. लोकसभा की जीत में जाट समाज की अहम भूमिका होती है. जाट समाज का रूख प्रत्याशियों की हार जीत तय करता है.


बीजेपी से जाट समाज नाराज 
भरतपुर और करौली-धौलपुर में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलने से नाराज जाट समाज ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भरतपुर के उच्चैन थाना क्षेत्र के जयचोली गांव में लगभग 40 दिन महापड़ाव आंदोलन के दौरान जाट समाज ने गंगाजल हाथ में लेकर कसम खाई थी कि "आरक्षण नहीं तो वोट नहीं." अब जाट समाज के लोग गांव-गांव जाकर और हर घर के दरवाजे पर पहुंचकर बीजेपी को हराने के लिए गंगाजल की कसम दिला रहे हैं. 


पंचायत स्तर पर कर रहे मीटिंग  
आरक्षण पर जाट समाज को धोखा देने का आरोप लिखे हुए पोस्टर भी गांव-गांव वितरित किये जा रहे हैं. जाट समाज की सरदारों द्वारा पंचायत स्तर पर बड़ी पंचायत की जा रही है. जिसमें जाट समाज के लोग बीजेपी को हराने के लिए गंगाजल हाथों में लेकर कसम खा रहे हैं. इसके अलावा जाट समाज गांव-गांव में रथ अभियान भी शुरू करने की योजना बना रहा है. इस रथ को गांव-गांव भेजकर बीजेपी को हराने का संदेश दिया जा रहा है. 


बीजेपी धोखा देने का आरोप 
महापड़ाव आंदोलन के दौरान बीजेपी के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों द्वारा जाट समाज को आचार संहिता लगने से पहले आरक्षण दिलाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक भरतपुर और करौली-धौलपुर के जाट समाज को आरक्षण के लिए नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है. इस लिए जाट समाज ने बीजेपी सरकार पर आरक्षण के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए भरतपुर में उन्हें हराने के लिए अभियान शुरू किया है. जिसका नाम दिया है- "ऑपेरशन गंगाजल." 


जाट आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्य जाट समाज के सभी गांव में और हर घर तक जा रहे हैं. इस दौरान सभी लोगों को गंगाजल हाथ में लेकर कसम दिलाई जा रही है कि बीजेपी सरकार ने भरतपुर धौलपुर जिलों के जाटों को केंद्र में आरक्षण न देकर धोखा दिया है, इसलिए बीजेपी को हराने के लिए वोट करें.


बड़े स्तर पर की तैयारी 
जाट आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा बीजेपी का विरोध करने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की गई है. संघर्ष समिति द्वारा लगभग 50,000 बड़े पोस्टर भी प्रिंट कराए गए हैं. जिस पर लिखा है, "आरक्षण के नाम पर जाटों को बीजेपी से धोखा मिला है. इस बार वोट की चोट से बीजेपी को हराना है." 


लोकसभा चुनाव में जाट समाज ना केवल भरतपुर लोकसभा सीट से बल्कि करौली-धौलपुर लोकसभा सीट के अलावा अलवर सीट पर भी बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाएगा. जाट समाज ने दावा किया है कि इससे बीजेपी को तीनों लोकसभा सीटों पर हराने में मदद मिलेगी.


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