Rajasthan Lok Sabha Election: पीएम मोदी की रैली के बाद क्या इन सीटों पर बदला सियासी हवा का रुख? मिल रहे हैं ये संकेत
Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में सियासी पारा हाई है. बीते दिनों पीएम मोदी ने बाड़मेर में एक जनसभा को संबोधित किया. इसको लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.
Rajastan Lok Sabha Election 2024 : राजस्थान में इस बार तीन लोकसभा सीटों पर सबकी नजरें टिकी हैं. ये वो सीटें हैं जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली कर बीजेपी के पक्ष में प्रचार कर चुके हैं. अब वहां की जमीनी हकीकत सियासत को जानने में सब लगे हैं. हालांकि इन तीनों लोकसभा सीटों पर अब भितरघात शुरू होने वाला है.
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी की सभाओं के बाद माहौल अगर नहीं बदला तो कुछ विधायक और बड़े नेता इधर से उधर हो सकते हैं. झुंझुनूं लोकसभा सीट पर तो इसकी ज्यादा संभावना बन रही है क्योंकि, पिछली बार के लोकसभा प्रत्याशी इस बार विधायक हैं. उनकी नाराजगी खुलकर सामने आ रही है.
किरोड़ी लाल मीणा ने चला दांव
इसके अलावा वहां पर एक हारे हुए ब्राह्मण विधायक पर सबकी नजर है. दौसा में भी कई बड़े उलटफेर हो सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पर रोड शो किया है और उसके बाद मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ा दांव चल दिया है. उन्होंने अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात तक कह डाली है.
निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रविंद्र सिंह भाटी की बाड़मेर लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा को संबोधित किया था. पीएम मोदी की दौरे का असर यहां की स्थानीय सियासत पर भी देखने को मिला. पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह बीजेपी में लौट आये हैं. मगर अभी भी कैलाश का माहौल बन नहीं रहा है.
तीनों विधायक बनना चाहते हैं सांसद
दौसा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मुरारी लाल मीणा वर्तमान में विधायक हैं. अगर ये लोकसभा का चुनाव जीतते हैं तो यहां पर उपचुनाव होगा और किसी एक और नए चेहरे को मौका मिलेगा. मुरारी को बड़ा नुकसान बस्सी, चाकसू, महुआ, लालसोट और थानागाजी विधान सभा क्षेत्र में हुआ है. ये वो सीटें हैं जहां पर कांग्रेस के भी विधायक हैं. मगर यहां पर कांग्रेस को लीड नहीं मिल पा रही है.
झुंझुनूं लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बृजेन्द्र सिंह ओला वर्तमान में विधायक हैं. अगर ये सांसद बनते हैं तो यहां से किसी नए चेहरे को विधान सभा में मौका मिलेगा. इसलिए यहां पर तैयारी पूरी हो रही है. बृजेंद्र सिंह ओला को मंडावा, खेतड़ी, नवलगढ़ और सूरजगढ़ में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ये वो सीटें हैं जहां पर कांग्रेस के कई विधायक हैं पर भितरघात तेज हो गया है. इसके परिणाम पर नजरें बनी हुई हैं.
पीएम मोदी की सभा से बदला माहौल
बाड़मेर लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रविंद्र सिंह भाटी विधायक हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के बाद यहां के सियासी माहौल में बदलावा देखा जा रहा है, कुछ हद तक हवा बीजेपी के पक्ष में जाती हुई दिखाई पड़ रही है. बाड़मेर में कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल के साथ बड़ी भितरघात होने की संभावना है.
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