लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए बढ़ी सचिन पायलट की डिमांड! राजस्थान समेत 8 राज्यों में कर चुके हैं 65 से ज्यादा सभाएं
Lok Sabha Elections 2024: सचिन पायलट ने राजस्थान में 14 लोकसभा क्षेत्रों में 28 से अधिक सभाएं की. इनमें से कई सभाएं ऐसी रहीं, जहां पर उन्होंने ही पूरी कोशिश की, वहां अन्य नेताओं ने अपने दौरे नहीं किए.
Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में लोकसभा की सभी सीटों के मतदान हो चुके हैं. अब नेताओं के दौरे और सभाओं की चर्चा हो रही है. यहां तक यह गिना जा रहा है कि किस नेता ने कितनी सभाएं की है. कितनी लोकसभा सीटों को कवर किया है. उसमें राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachi Pilot) सबसे आगे हैं. उन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव में अबतक राजस्थान और छत्तीसगढ़ सहित कुल आठ प्रदेशों के 35 लोकसभा क्षेत्रों में 65 से अधिक सभाएं की हैं.
सचिन पायलट के लिए कई राज्यों से मांग थी. छत्तीसगढ़ के प्रभारी के अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश में उनकी खूब मांग रही है. बड़ी संख्या में कांग्रेस प्रत्याशी उनकी सभाएं और रैली चाह रहे थे. इसलिए इनके दौरे भी खूब लगाए गए. रोचक बात यह भी है कि यह दौरे कोई जातिगत नहीं थे. जहां पर बीजेपी के दिग्गज प्रचार में जाते थे उनके काउंटर में सचिन की सभाओं की मांग बढ़ जाती है.
इन क्षेत्रों में ताबड़तोड़ सभाएं
सचिन पायलट ने राजस्थान के कुल 14 लोकसभा क्षेत्रों में 28 से अधिक सभाएं की. जिनमें से कई सभाएं ऐसी रही जहां पर सचिन ने ही पूरी कोशिश की है. वहां पर अन्य नेताओं ने अपने दौरे नहीं किये है. राजस्थान की उन सीटों पर जहां प्रदेश के अन्य नेता दिखाई नहीं दिए, वहीं सचिन ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है.
जयपुर ग्रामीण, दौसा, अलवर, चुरुं, झुंझुनू, श्रीगंगानगर, बाड़मेर-जैसलमेर, टोंक-सवाईमाधोपुर, सीकर, भरतपुर, करौली-धौलपुर जैसी लोकसभा सीटों पर खूब दौरे हुए हैं. इन सीटों पर जहां भाजपा ने अपने दिग्गजों की फ़ौज उतार दी थी वहीं कांग्रेस की तरफ से अकेले सचिन पायलट ने तूफानी दौरे किए हैं.
इन राज्यों में लगातार दौरे
छत्तीसगढ़ के प्रभारी के रूप में अब तक छत्तीसगढ़ के आठ लोकसभा क्षेत्रों में 20 से अधिक सभाएं कर चुके हैं. इसके अतिरिक्त केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, आन्ध्रप्रदेश, उत्तराखंड के 13 लोकसभा क्षेत्रों में लगभग 17 सभाएं कर चुके है. सचिन पायलट द्वारा राजस्थान और छत्तीसगढ़ सहित कुल आठ प्रदेशों के 35 लोकसभा क्षेत्रों में 65 से अधिक सभाएं की जा चुकी है.