राजस्थान कांग्रेस में छिड़ी रार! सुखजिंदर रंधावा ने मंच से ही इन विधायकों को पार्टी से निकालने का दिया आदेश
Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: राजस्थान में दूसरे चरण के मतदान से पहले गहमागहमी तेज हो गई है. 26 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले कांग्रेस की एक जनसभा में उहापोह की स्थिति दिखी.
Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण में शुक्रवार (26 अप्रैल) को मेवाड़ वागड़ सहित प्रदेश राजस्थान की बाकी बची 13 सीटों पर मतदान होगा. इससे पहले वागड़ में एक बार फिर कांग्रेस में बिखराव की स्थिति नजर आई. बांसवाड़ा में भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत के समर्थन में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पार्टी प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सभा की.
इस सभा में कांग्रेस के विधायक ही शामिल नहीं हुए, ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने मंच से ही उन्हें पार्टी से निकालने का फरमान सुना दिया. इसके बाद वागड़ में एक बार फिर से कांग्रेस दो हिस्सों में बंटी हुई दिखाई दे रही है, वह भी मतदान से ठीक एक दिन पहले.
कांग्रेस विधायकों के बागी तेवर
इंडिया गठबंधन में शामिल भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत के समर्थन में डूंगरपुर के चौरासी क्षेत्र में कांग्रेस ने सभा की. इसमें प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित कई नेता पहुंचे थे. बाप प्रत्याशी के समर्थ में की गई कांग्रेस के इस सभा में डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा और बांसवाड़ा जिले की कुशलगढ़ से विधायक रमिला खड़िया सहित अन्य पदाधिकारी नहीं पहुंचे. ये देख प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा नाराज हो गए और उन्होंने मंच पर नहीं आने वालों को पार्टी से निकालने तक की बात कह दी.
बीजेपी प्रत्याशी पर रंधावा का तंज
प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सबसे पहले महेंद्रजीत सिंह मालवीय को लेकर कहा, "दुख इस बात का है कि जिस व्यक्ति को पार्टी की सबसे बड़ी बॉडी सीडब्ल्यूसी का सदस्य बनाया, वह उसे छोड़कर बेशर्मों की तरह दूसरी पार्टी में चला गया जहां कुछ नहीं मिलेगा." उन्होंने कहा कि हमने उन्हें सिर पर बैठाया था अब वह नीचे बैठेगा.
'जो मंच पर नहीं आए, वह अपने को कांग्रेसी नहीं समझे'
संभा में शामिल न होने वाले पदाधिकारियों को लेकर सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि जो इस मंच पर नहीं आए, वह अपने आपको कांग्रेसी नहीं समझेंगे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और खरगे का आदेश है भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन करना है, जो नहीं मानेगा वह पार्टी में नहीं रहेगा, चाहे वह विधायक हो या पूर्व विधायक. जो नहीं आए हम दोनों (डोटासरा और रंधावा) है उन्हें पार्टी से निकलेंगे.
विधायक गणेश घोघरा का पलटवार
डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जो कांग्रेस को खत्म करना चाहते हैं, मैं उनके साथ नहीं हूं. कांग्रेस को खत्म करने वालों से कैसा गठबंधन. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेसी हूं लेकिन भारत आदिवासी पार्टी का साथ नहीं दे सकता, जनता मेरी अलाकमन है.
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