Exclusive: बांसवाड़ा में 'बड़ा खेला' करने की तैयारी, कांग्रेस के प्रत्याशी और आलाकमान में 'तनातनी', नामांकन वापसी पर 'संकट'
Banswara Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में दूसरे चरण के लिए नामांकन वापसी की आज आखिरी तारीख है. बांसवाड़ा में कांग्रेस के उम्मीदवार अभी तक नामांकन वापस नहीं ले पाए हैं.
Banswara Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. आज जहां दूसरे चरण के लिए नामांकन की आखिरी दिन है, वहीं बांसवाड़ा में ' बड़ा खेला' होने जा रहा है. कल देर रात कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भारतीय आदिवासी पार्टी के बांसवाड़ा से लोकसभा के उम्मीदवार राजकुमार रोत का समर्थन कर दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने बागीदौरा विधान सभा सीट के उपचुनाव में बाप के उम्मीदवार को सहयोग कर दिया है.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के दोनों सीटों के उम्मीदवार अब पार्टी के टच में नहीं हैं. बांसवाड़ा लोकसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार अरविन्द डामोर और बागीदौरा उपचुनाव के लिए कांग्रेस से नामांकन कर चुके कपूर सिंह पटेल को आज नामांकन वापस लेना है. बाप की नजर भी इसी घटनाक्रम पर है. सूत्र बता रहे हैं कि रंधावा के समर्थन वाले ट्वीट के बाद बांसवाड़ा में माहौल बदल गया है.
क्या बोले रंधावा और बाप का रिएक्शन
कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर रंधावा से जब उनके समर्थन की बात पूछी गई तो उन्होंने ख़ास बातचीत में कहा कि उनका ट्वीट ही बयान है. उसका जो मतलब निकालना हो निकला जाय. मगर, रंधावा ने नामांकन वापसी पर कोई बात नहीं कही और फ़ोन काट दिया. वहीं बाप पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो जीतेन्द्र मीणा का कहना है कि हमें तो गठबंधन के एलान पर भरोसा है. जो होगा ठीक रहेगा.
क्या है पूरा मामला ?
इसबार बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस शुरू से ही अकेले चुनाव लड़ने के मूड में नहीं थी. यहां पर भारती आदिवासी पार्टी के साथ चुनाव लड़ना चाहती थी. लेकिन सहमति अंत तक बन नहीं पाई थी. अब कांग्रेस ने बांसवाड़ा और बागीदौरा पर बाप के समर्थन का एलान कर दिया है. उसके बाद से कांग्रेस के दोनों उम्मीदवार 'नॉट रिचेबल' हो गए हैं.
सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी महेंद्र जीत सिंह मालवीया का असर देखा जा रहा है. इस सीट पर कांग्रेस पहली बार अपना प्रत्याशी नहीं उतार रही है. इसलिए यहां के कांग्रेसी नेताओं में नाराजगी है. यहां के कई कांग्रेस नेता चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसलिए यहां के कांग्रेस नेताओं और आलाकमान में तनातनी का माहौल बना हुआ है.
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