Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है. ऐसे में मतदान से पहले 17 तारीख को शाम पांच बजे से चुनाव प्रचार बंद हो जाएगा, उसके बाद प्रत्याशी घर-घर जाकर संपर्क कर सकेंगे. इस वजह से राजस्थान में अभी चुनाव प्रचार अपने चरम पर है.
दोनों प्रमुख दलों के नेता गांव-गांव जाकर वोटरों को साधने में लगे हुए हैं. वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का गृह जिला होने की वजह से भरतपुर सीट को हॉट सीट माना जा रहा है, लेकिन यहां अब बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं.
भरतपुर लोकसभा क्षेत्र के कुम्हेर थाना क्षेत्र में स्थित पेंघौर की चामड़ माता मंदिर पर जाट समाज द्वारा शनिवार (13 अप्रैल) को महापंचायत आयोजित की गई. महापंचायत में जाट समाज ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देना है. बता दें पेंघौर की चामड़ मंदिर एक ऐसा स्थान है, जहां पर जाट समाज द्वारा महापंचायत कर बड़े-बड़े फैसले लिए जाते हैं.
कांग्रेस प्रत्याशी को दिया समर्थन
दरअसल जाट समाज ने आरक्षण के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए 'ऑपरेशन गंगाजल' चला रखा है. इसके तहत गांव-गांव जाकर बीजेपी को हराने के लिए प्रचार किया जा रहा है. महापंचायत में जाट बिरदारी द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव को मौके पर बुलाया गया और उनको समर्थन देते हुए जाट समाज ने उनको चुनाव जिताने का फैसला किया गया.
महापंचायत में जाट समाज ने फैसला लिया कि 'आरक्षण के नाम पर जाटों को धोखा देने, जाट समाज के लोगों को सरकार द्वारा टारगेट करने के मुद्दे पर भरतपुर, डीग, करौली, धौलपुर का जाट समाज लोकसभा चुनाव में बीजेपी की ईंट से ईंट बजा देगा. साथ ही महापंचायत में कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव को जाट समाज का प्रत्याशी घोषित किया गया. संजना को चुनाव जिताने के लिए जाट समाज खुद प्रत्याशी बनकर मेहनत करेगा और बीजेपी को बड़े अंतर से चुनाव हराकर ही चैन की सांस लेगा.'
महापंचायत में इन जगहों के लोग हुए शामिल
इस जाट महापंचायत में भरतपुर, डीग, धौलपुर, करौली, गंगानगर सहित कई जिलों के जाट समाज के पंच पटेलों ने भाग लिया. महापंचायत में जाट समाज द्वारा बीजेपी पर आरक्षण के मुद्दे पर जाटों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है. भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार के नेतृत्व में कई महीनों से आरक्षण के लिए आंदोलन चलाया जा रहा है. जाट समाज के लोगों ने 40 दिन तक गांव जयचौली में महापड़ाव किया, मगर बीजेपी सरकार ने आश्वासन देकर धोखा दिया है.
नेम सिंह फौजदार ने क्या कहा?
जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि 'महापंचायत में बीजेपी को वोट की चोट से सफाया करने का फैसला जाट समाज द्वारा लिया गया है. भरतपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी को करीब चार लाख मतों से जाट समाज हरायेगा, क्योंकि बीजेपी ने आरक्षण के नाम पर समाज से धोखा किया है.साथ ही गंगाजल अभियान से बौखलाए बीजेपी सरकार जाटों को टारगेट कर रही है. इसके चलते जाट समाज के लोगों के साथ सरकार अन्याय कर रही है.'
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